चीनी बनाने वाले इस दिग्गज कंपनी ने जारी किया रिजल्ट, प्रॉफिट में आया 6 गुना उछाल
Balrampur Chini Q1 Results: देश की दिग्गज शुगर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बलरामपुर चीनी ने जून तिमाही के लिए रिजल्ट का ऐलान किया है. कंपनी के प्रॉफिट में 6 गुना से ज्यादा उछाल दर्ज किया गया है.
चीनी बनाने वाली देश की दिग्गज मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बलरामपुर चीनी ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही के लिए रिजल्ट (Balrampur Chini Q1 Results) का ऐलान किया है. कंसोलिडेटेड आधार पर जून तिमाही में कंपनी को 73.50 करोड़ रुपए का फायदा हुआ. एक साल पहले समान तिमाही में यह 12.38 करोड़ रुपए था. Q1 में TCI यानी टोटल कंप्रिहेंसिव इनकम 72.74 करोड़ रुपए की रही. एक साल पहले यह 11.57 करोड़ रुपे थी. अर्निंग पर शेयर 0.61 रुपए से बड़कर 3.64 रुपए रहा. रेवेन्यू 1080 करोड़ रुपए से बढ़कर 1389.62 करोड़ रुपए रहा. बीते हफ्ते यह शेयर 414 रुपए (Balrampur Chini share price) के स्तर पर बंद हुआ.
Balrampur Chini Q1 Result
BSE को शेयर की गई सूचना में कंपनी ने कहा कि स्टैंडअलोन आधार पर TCI यानी टोटल कंप्रिहेंसिव इनकम 68.56 करोड़ रुपए रही. इसमें 534 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया. EBITDA में 267 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया और यह 163.18 करोड़ रुपए रहा. इस तिमाही में कंपनी का 70.32 फीसदी रेवेन्यू शुगर बिजनेस से और 29.36 फीसदी रेवेन्यू डिस्टिलरी बिजनेस से आया.
EBITDA मार्जिन लगातार घट रहा है
बीते पांच सालों के प्रदर्शन पर गौर करें तो FY19 से FY23 के बीच कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ लगभग स्थिर रहा है. EBITDA और एबिटा मार्जिन में लगातार गिरावट आ रही है. PBT और पीबीटी मार्जिन भी लगातार घट रहा है. TCI और टीसीआई मार्जिन भी लगातार घट रहा है. हालांकि, सालाना आधार पर जून तिमाही का प्रदर्शन मजबूत रहा है.
70% रेवेन्यू शुगर बिजनेस से आता है
कंपनी का 70 फीसदी से ज्यादा रेवेन्यू शुगर से आता है. इस तिमाही में शुगर रेवेन्यू सालाना आधार पर 22 फीसदी उछाल के साथ 1116 करोड़ रुपए रहा. सरकार ने चीनी के लिए FRP बढ़ाया है. इसे 305 रुपए से बढ़ाकर 315 रुपए कर दिया गया है. सरकार ने शुगर सीजन 2022-23 के लिए 63.5 लाख टन शुगर एक्सपोर्ट को मंजूरी दी है जिसपर किसी तरह की कस्टम ड्यूटी नहीं लगेगी.
डिस्टिलरी बिजनेस का प्रदर्शन
डिस्टिलरी यानी इथेनॉल बिजनेस के रेवेन्यू की बात करें तो जून तिमाही में यह 56.32 फीसदी उछाल के साथ 466 करोड़ रुपए रहा. PBIT 14 फीसदी उछाल के साथ 84.59 करोड़ रुपए रहा. इथेनॉल ब्लेंडिंग से कंपनी को फायदा मिल रहा है. FY14 से FY23 के बीच ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMC) की तरफ से की जाने वाली खरीदारी में 36 फीसदी का CAGR ग्रोथ दर्ज किया गया है. सरकार ने 20% इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य रखा है. 23 जुलाई 2023 के आधार पर यह 11.77 फीसदी रहा है.