सरकार के साथ इन कंपनियों ने मिलकर बनाया अटल सेतु, एक साल में 64.37 फीसदी तक का दे चुकी है बंपर रिटर्न
Atal Setu Mumbai Trans Harbor Link: पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल सेतु का उद्घाटन किया है. इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया गया है. जानिए किन कंपनियों ने बनाया है अटल सेतु.
Atal Setu Mumbai Trans Harbor Link: पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के दौरे में अटल सेतु का उद्घाटन किया है.अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल है, जो देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है. अटल सेतु का निर्माण 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है. यह पुल लगभग 21.8 किमी लंबा और 6-लेन वाला है जो 16.5 किमी लंबा समुद्र के ऊपर और लगभग 5.5 किमी जमीन पर बना है. अटल सेतु को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया गया है. इसके निर्माण में सरकार के साथ तीन कंपनियों ने हिस्सा लिया है.
Atal Setu Mumbai Trans Harbor Link: लार्सन एंड टर्बो समेत छह कंपनियों ने किया निर्माण, 65.69 फीसदी का दे चुका है रिटर्न
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक उर्फ अटल सेतु का शिलन्यास साल 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था. साल 2018 में इसका निर्माण शुरू किया गया था. इसे लार्सन एंड टर्बो, IHI इंफ्रास्ट्रक्चर, देवू इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन और टाटा प्रोजेक्ट ने सरकार के साथ मिलकर पब्लिक पार्टनरशिप मोड में बनाया गया है. पुल के सेवरी तरफ का निर्माण और जमीन से जुड़ा काम लार्सन एंड टर्बो और जापानी कंपनी IHI इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम्स के एक संघ को सौंपा गया था. लार्सन एंड टर्बो का शेयर पिछले एक साल में 65.69 फीसदी का रिटर्न दे चुका है.
Atal Setu Mumbai Trans Harbor Link: मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी है नोडल एजेंसी, मुंबई से गोवा का समय होगा कम
अटल सेतु के नवी मुंबई की तरफ का निर्माण देवू इंजीनियरिंग और टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने किया है. इसके निर्माण की नोडल एजेंसी मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) थी. वहीं, जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी ने इसे फंडिंग मुहैया कराने में अहम भूमिका निभाई है. आपको बता दें कि मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को सीधा संपर्क प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा के समय को भी कम करेगा.
सरकार के तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'प्रधानमंत्री का विज़न शहरी परिवहन बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को मजबूत करके नागरिकों की 'ईज़ ऑफ मोबिलिटी' को बेहतर बनाना है. इस विज़न के अनुरूप, मुंबई ट्रांसहार्बर लिंक (एमटीएचएल), का नाम अब 'अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु' रखा गया है,जो अब तैयार हो गया है.'