बैंक कर्ज में डूबी एस्सार स्टील इंडिया लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात विनिर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल को चुन लिया गया है. एस्सार स्टील पर बैंकों का 49,000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है. आर्सेलरमित्तल ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है. उसने कहा कि एस्सार स्टील के लिए उसकी योजना उत्पादकता बढ़ाने के साथ मुनाफा बढ़ाना है.

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बयान में कहा गया है कि कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने आर्सेलर मित्तल और उसके साझीदार जापान के निप्पन स्टील एंड सुमितोमो मेटल कॉरपोरेशन को आशय पत्र जारी कर उन्हें ‘सफल आवेदक’ घोषित किया है.

यह ताजा घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब गुरूवार को एस्सार स्टील के प्रवर्तकों ने कंपनी पर अपना नियंत्रण बनाये रखने की अंतिम कोशिश के तहत बैंकों का सारा बकाया चुकाने के लिए 47,507 करोड़ रुपये शुरुआत में नकद चुकाने की पेशकश की. शुरुआती भुगतान समेत कुल 54,389 करोड़ रुपये का भुगतान करने की पेशकश की गई. प्रवर्तकों ने यह प्रस्ताव कंपनी को दिवाला एवं ऋणशोधन प्रक्रिया से बाहर निकालने के लिये दिया था.