चीन में कोरोना वायरस (Coronavirus in China) संक्रमण बढ़ने से देश में टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं (Consumer Durable) के मैन्युफैक्चरर्स को सप्लाई चेन में आने वाली दिक्कतों की चिंता सताने लगी है. मैन्युफैक्चरर्स ने संकट से बचने के लिए कच्चे माल का स्टोरेज शुरू कर दिया है. चीन में कोविड संकट गहराने से ग्लोबल सप्लाई चेन एक बार फिर से बाधित हो गई है. एक्सपर्ट्स ने कहा है कि जनवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू होने वाले चीनी नव वर्ष की छुट्टियों के साथ अगर वहां के कारखानों में फरवरी में पूरी तरह उत्पादन शुरू नहीं हो पाया तो भारतीय उद्योग को एक बार फिर सप्लाई चेन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.

एयर कंडीशनर और एलईडी टीवी का बिजनेस हो सकता है प्रभावित

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कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स के मैन्युफैक्चरर्स आमतौर पर एक महीने के लिए कच्चे माल का स्टॉक रखते हैं लेकिन अब वे इसे कम से कम 2-3 महीने की जरूरत के हिसाब से बढ़ा रहे हैं. सप्लाई चेन में कोई भी संभावित व्यवधान एयर कंडीशनर और एलईडी टीवी पैनल जैसी उत्पादन श्रेणियों को प्रभावित कर सकता है. लीडिंग इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अतुल लाल ने कहा कि वह चीन के हालात पर निगाह बनाए हुए है.

एसी के लिए चीन पर निर्भर हैं कंपनियां

गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड और एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट कमल नंदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में एप्लायंस इंडस्ट्री ने कॉम्पोनेंट्स की सप्लाई के लिए चीन पर अपनी निर्भरता कम कर दी है. हालांकि, इसके बावजूद एयर कंडीशनर जैसी कुछ कैटेगरी में चीन पर निर्भरता बहुत ज्यादा है. एयर-कंडीशनर के करीब 40 से 45 प्रतिशत कॉम्पोनेंट्स चीन से ही आते हैं. इसमें कंप्रेशर्स का एक बड़ा हिस्सा शामिल हैं.

नंदी ने कहा कि अगर चीनी नव वर्ष की छुट्टियों के बाद वहां कोविड महामारी की स्थिति और बिगड़ती है तो ये चिंता का विषय होगा. चीनी नव वर्ष की शुरुआत 20 जनवरी से होगी और करीब दो हफ्ते तक छुट्टियां रहने के बाद फरवरी के पहले हफ्ते में कारखाने दोबारा शुरू होंगे.

भाषा इनपुट्स के साथ