पर्सनल लोन को मुश्किल समय का साथी कहा जाता है. जब आपको पैसों की जरूरत हो और कहीं से इंतजाम नहीं हो पाए, तब पर्सनल लोन आपके लिए मददगार होता है. लेकिन पर्सनल लोन दूसरे लोन की तुलना में बहुत महंगा होता है. इसकी ब्‍याज दरें काफी ज्‍यादा होती हैं. हालांकि फिर भी इसकी डिमांड काफी ज्‍यादा है. आइए बताते हैं कि क्‍यों इतना महंगा होता है पर्सनल लोन और महंगा होने के बावजूद इसकी मांग इतनी ज्‍यादा कैसे है?

इसलिए महंगा होता है पर्सनल लोन

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पर्सनल लोन महंगा होने का कारण ये है कि ये कोलेट्रल फ्री लोन है यानी इस लोन को लेने के लिए आपको किसी तरह की कोई चीज गिरवी नहीं रखनी होती. अगर आप पात्रता की शर्तों को पूरा करते हैं, तो पर्सनल लोन आपको आसानी से मिल जाता है. कोलेट्रल फ्री लोन होने के कारण इसे अनसिक्‍योर्ड लोन की कैटेगरी में रखा जाता है. ऐसे में बैंक के पास उधारकर्ता की ऐसी कोई चीज पास में नहीं होती है, जिससे लोन डिफॉल्‍ट की स्थिति में बैंक भरपाई कर पाएं. ऐसे में बैंक को ज़्यादा जोखिम उठाना पड़ता है. इस कारण से बैंक अपने मुनाफे को बचाने के लिए पर्सनल लोन की दरें ज्‍यादा रखते हैं. पर्सनल लोन की ब्याज़ दरें लोन की डिमांड और सप्‍लाई के आधार पर भी तय होती हैं. मुद्रास्फीति और सरकारी मौद्रिक नीति भी इसकी ब्याज दरों पर असर डालती है. 

पर्सनल लोन के लिए क्‍या है पात्रता

- अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपकी उम्र 18-60 वर्ष की है तो आप पर्सनल लोन के लिए अप्‍लाई कर सकते हैं. वहीं गैर नौकरीपेशा लोगों की उम्र 21-65 वर्ष के बीच होनी चाहिए. हालांकि तमाम बैंकों में उम्र का मापदंड अलग भी हो सकता है.

- पर्सनल लोन के लिए न्‍यूनतम आय हर बैंक/ NBFC में अलग-अलग हो सकती है. अधिकांश बैंकों में पर्सनल लोन अप्लाई करने के लिए नौकरीपेशा लोगों की सैलरी न्यूनतम 15000 प्रति माह होनी चाहिए. 

- आपका क्रेडिट स्‍कोर 750 या उससे अधिक होना चाहिए. इससे कम होने पर लोन मिलने में दिक्‍कत हो सकती है या ब्‍याज दर ज्‍यादा लग सकती है.

- आप किसी संस्‍थान में कम से कम एक साल नौकरी कर रहे हैं, तो आप पर्सनल लोन के अधिकारी हो सकते हैं. वहीं बिजनेस में लगातार दो वर्ष देने के बाद आप पर्सनल लोन के अधिकारी बन सकते हैं.

इसलिए कम नहीं होती इसकी डिमांड

- पर्सनल लोन के लिए कभी भी और कहीं से भी अप्‍लाई कर सकते हैं. ये कोलेट्रल फ्री लोन है. आपको इसके बदले में किसी प्रॉपर्टी वगैरह को गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती है. आसान शर्तों के साथ मिलने के कारण ये पसंदीदा विकल्‍प है.

- अधिकांश लोन जैसे होम लोन, कार लोन, टू-व्हीलर लोन आदि के साथ लोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध जुड़े रहते हैं, लेकिन पर्सनल लोन के साथ ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं होता. आप अपनी मर्जी और जरूरत के हिसाब से इसे कहीं भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं.

- पर्सनल लोन को चुकाने के लिए आपको अच्‍छा खासा समय दिया जाता है. इसके लिए फ्लैक्सिबल रिपेमेंट अवधि जुड़ी रहती है जो आमतौर पर 12 महीनों से 60 महीनों के बीच होती है. ऐसे में आप इसे अपनी सहूलियत के हिसाब से चुन सकते हैं.