SBI OTP-based Cash Withdrawal: एटीएम से जुडें फ्रॉड को रोकने के लिए बैंकों ने कई कदम उठाए हैं. वहीं एसबीआई ने एटीएम से ट्रांजैक्शन को और ज्यादा सेफ बनाने के लिए OTP बेस्ड ट्रांजैक्शन की शुरुआत की है. इस नए नियम से आपका पैसा कभी डूबेगा नहीं. अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ATM से पैसे निकालने गए हैं, तो आपको रजिस्टर्ड  मोबाइल नंबर पर आए OTP दर्ज करनी होगी. ये आपको धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगा.

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हाल ही में एसबीआई ने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस बारे में ट्वीट किया है. इसमें कहा गया है कि "एसबीआई एटीएम में ट्रांजैक्शन के लिए हमारा ओटीपी बेस्ड कैश विड्रॉल सिस्टम धोखेबाजों के खिलाफ टीकाकरण है. धोखाधड़ी से हमेशा आपकी रक्षा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.”

अगर आप एसबीआई कस्टमर हैं तो ओटीपी बेस्ड कैश विड्रॉल के बारे में डिटेल जान लीजिए. जिससे एटीएम से पैसा निकालते कोई दिक्कत न हो.

1) एसबीआई कस्टमर्स को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा. कस्टमर इस ओटीपी को एंटर कर एटीएम से पैसे निकाल सकता है.

2) ओटीपी एक चार डिजिट की संख्या होगी जिससे एक बार ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. 

3) एसबीआई कार्ड होल्डर्स को यह अनऑथराइज्ड एटीएम कैश विड्रॉल से बचाएगा.

एसबीआई एटीएम से 10,000 रुपये और उससे ज्यादा की निकासी के मामले में यह लागू होता है. बैंक की ये सर्विस 1 जनवरी 2020 से लागू है. इससे एटीएम से अनऑथराइज्ड कैश की निकासी से बचाव होने की उम्मीद है. वहीं किसी भी तरह की पूछताछ और ज्यादा जानकारी के लिए कस्टमर्स एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर लॉगिन कर सकते हैं.

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देश का सबसे बड़ा बैंक

एसबीआई की वेबसाइट की मुताबिक, एक चौथाई बाजार हिस्सेदारी के साथ यह देश का सबसे बड़ा बैंक है. इसने सफलतापूर्वक अपनी 11 सहायक कंपनियों (subsidiaries) के जरिए अलग-अलग बिजनेस, जैसे एसबीआई जनरल इंश्योरेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई म्यूचुअल फंड, सबीआई कार्ड आदि को डायवर्सिफाई किया है. पूरी दुनिया में 32 देशों और 233 ऑफिस के जरिए इसकी सभी टाइम जोन में मौजूदगी है.