कोरोनावायरस की वजह से देशभर में जारी लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान ऑनलाइन पेमेंट या डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए एनपीसीआई (NPCI) विशेष कैम्पेन शुरू किया है. इसमें फोन रीचार्ज, मनी ट्रांसफर, किराना और मेडिकल स्टोर से जुड़े पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए एनपीसीआई यूपीआई कैम्पेन से जुड़े कैरेक्टर श्रीमति राव का सहारा ले रहा है.

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लॉकडाउन में लोगों को डिजिटल पेमेंट को लेकर जागरुकता पैदा करने की कोशिश है. यूपीआई कैम्पेन में छह वीडियो क्लिप्स हैं जिससे सुरक्षित पेमेंट के तरीके बताए जाते हैं. इसमें बीएचआईएम (BHIM) ऐप का इस्तेमाल कर पेमेंट करने की जानकारी भी दी जाती है. इस ऐप से पीएम केयर्स फंड में भी फंड ट्रांसफर किया जा सकता है. 

एनपीसीआई की सीओओ प्रवीणा राय ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोग घर में रहें. एनपीसीआई, बैंकों और ईकोसिस्टम के साथ डिजिटल पेमेंट के बेसिक स्ट्रक्चर को इस्तेमाल करते हुए लोगों की मदद कर रही है. यूपीआई नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया का एक प्रॉडक्ट है जो यूजर को रीयल टाइम में फंड ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. अच्छी बात यह है कि इस प्लेटफॉर्म पर बैंक डिटेल किसी को बताने की जरूरत भी नहीं है. 

यूपीआई का उपयोग बेहद आसान, सुरक्षित मोबाइल आधारित पेमेंट सिस्टम बन चुका है. यूजर एनपीसीआई के कैम्पेन यूपीआई चलेगा के लिए www.UPIChalega.com पर विजिट कर सकते हैं. एनपीसीआई के इस कैम्पेन के पीछे मकसद लोगों में डिजिटल पेमेंट सिस्टम को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि वह खुद को कैश पेमेंट की आदत को छोड़ने में मदद किया जा सके.

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यूपीआई का इस्‍तेमाल करने के लिए आपके पास मेंबर बैंक का अकाउंट होना चाहिए. इसका मतलब यह है कि आपका बैंक यूपीआई सुविधा का इस्‍तेमाल करने की इजाजत देता हो. यूपीआई के मेंबर बैंकों में भारतीय स्‍टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक समेत दूसरे कई बैंक शामिल हैं.