सरकार ने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों- पंजाब ग्रामीण बैंक, मालवा ग्रामीण बैंक और सतलज ग्रामीण बैंक को मिला कर एक क्षेत्रीय बैंक बना दिया है. पंजाब एवं सिंध बैंक ने बंबई शेयर बाजार को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी. इसमें कहा गया है कि सरकार ने इन तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के प्रवर्तक बैंकों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि इन बैंकों और इनके सेवा क्षेत्रों के लिए यह अधिक अच्छा होगा कि इनका आपस में विलय कर दिया जाए. 

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शेयर बाजार को दी गयी सूचना के अनुसार यह निर्णय 1 जनवरी से प्रभावी हो गया है. इन बैंकों के प्रवर्तक बैंकों में राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), पंजाब सरकार, पंजाब नेशनल बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल हैं. 

देश का सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक 

ताजा विलय बिहार ग्रामीण बैंक और मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का हुआ. इसके विलय के बाद बना दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक देश का सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक बन गया है. 1 जनवरी से सभी शाखाओं पर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का बोर्ड लगा दिया गया है. इसका प्रधान कार्यालय पटना में होगा. 

विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक इसका प्रवर्तक बैंक है. यह बैंक 20 जिलों में काम कर रहा है. दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का कारोबार 26 हजार करोड़ का हो गया है. विलय के बाद कर्मचारियों की संख्या 4330 हो गई है एवं शाखाओं की कुल संख्या 1078 हो गया है. 

 

सितंबर में सरकार ने की थी पहल

सरकार ने बीते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विलय की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी. देश में अभी 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) हैं. इन्हें घटाकर 36 करने का विचार है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक, विलय से इन बैंकों का आकार बड़ा होगा, उनकी क्षमता बढ़ेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. इससे ग्रामीण इलाकों में वे ज्यादा कर्ज देने की स्थिति में होंगे. 

(इनपुट एजेंसी से)