Term Deposit vs Fixed Deposit: फिक्स्ड डिपॉजिट सुरक्षित निवेश के लिए पसंद किया जाने वाला इन्वेस्टमेंट टूल है. हो सकता है कि आपने बैंक के साथ फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खुलवा रखा हो. अगर आपके पास कुछ अतिरिक्त पूंजी पड़ी हुई है, जिसे आप अपने किसी गोल के ऊपर खर्च करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए ऐसे निवेश की जरूरत पड़ती है जहां आप अपना पैसा एक निश्चित अवधि के लिए डाल सकें और फिर टाइम पड़ने पर उसे निकाल सकें. साथ ही इसपर और ब्याज भी कमा सकें. ऐसे में फिक्स्ड डिपॉजिट इसके लिए बहुत सही तरीके से काम करता है. लेकिन एक और टर्मिनोलॉजी है- Term Deposit, जो कभी-कभी कंफ्यूज करती है. हो सकता है कि आपने भी फिक्स्ड डिपॉजिट या टर्म डिपॉजिट शब्दों का घालमेल देखा हो और आपको पता न चला हो कि बात किस डिपॉजिट की हो रही है और आपको क्या चाहिए. तो हम आपकी कंफ्यूजन दूर कर देते हैं. 

क्या टर्म डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट एक ही चीज हैं? या है कोई फर्क?

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हां, टर्म डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट एक ही चीजें हैं. ऐसा बिल्कुल कहा जा सकता है. जहां हम और आप इसे फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी कहते हैं, वहीं बैंक इसे टर्म डिपॉजिट बुला सकते हैं. वैसे ये बहुत ही छोटी सी चीज है और अलग-अलग क्षेत्र पर निर्भर करती है कि कौन सा टर्म कहां पॉपुलर है. हालांकि, अगर फर्क की बात करें तो आपको इनमें एक-दो फर्क भी मिल जाएंगे, लेकिन इससे इनका मूल अर्थ नहीं बदलता है.

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अगर विस्तार में समझें तो,

  • टर्म डिपॉजिट एक Umbrella Term है, जो एक फिक्स्ड पीरियड के निवेश को दिखाता है. वहीं, फिक्स्ड डिपॉजिट टर्म डिपॉजिट का एक टाइप कहा जा सकता है. टर्म डिपॉजिट में रेकरिंग डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट आते हैं, जो निवेश के मामले में एक-दूसरे से काफी अलग होते हैं.
  • यानी कि टर्म डिपॉजिट एक ब्रॉड यानी विस्तृत टर्म है, जिसका एक पार्ट होता है फिक्स्ड डिपॉजिट. एक फिक्स्ड डिपॉजिट, टर्म डिपॉजिट कहला सकता है. लेकिन एक टर्म डिपॉजिट में फिक्स्ड डिपॉजिट और रेकरिंग डिपॉजिट दोनों आएंगे.
  • इसमें आपको एक और फर्क देखने को मिल जाएगा कि टर्म डिपॉजिट अकसर छोटी अवधि के फिक्स्ड निवेश को कहा जाता है, वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट ज्यादा लंबी अवधि का निवेश हो सकता है.
  • फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में आप एक निश्चित अवधि के लिए अपना पैसा डाल देते हैं, और फिर मैच्योरिटी पर ही निकाल सकते हैं. यानी कि एक निश्चित अवधि के लिए निश्चित अमाउंट का निवेश करना. इसीलिए टर्म और फिक्स्ड शब्द इसे बहुत अच्छे से बयां करते हैं. 
  • एक और फर्क देखा जा सकता है. अकसर फिक्स्ड डिपॉजिट का इस्तेमाल इंडिविजुअल इन्वेस्टर या आम व्यक्तिगत निवेशक के लिए इस्तेमाल होता है. वहीं टर्म डिपॉजिट का इस्तेमाल बड़े बिजनेसेज़ या कंपनियों के लिए हो सकता है.

जाते-जाते, आपको ये बता दें कि टर्म डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट दोनों पर ही मिलने वाला ब्याज टैक्स के दायरे में आता है. ऐसे में आपको अपने डिपॉजिट की लायबिलिटी भी जरूर देखनी चाहिए.

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