कैब ड्राइवर के खाते में ₹9000 करोड़ ट्रांसफर करने वाले बैंक के सीईओ का इस्तीफा, जानिए कैसे हुई थी ये गलती
पिछले दिनों एक खबर आई थी कि तमिलनाडु के एक कैब ड्राइवर के खाते में अचानक से 9000 करोड़ रुपये आ गए. बैंक की तरफ से यह घटना गलती से हुई थी और अब खबर आ रही है कि तमिलनाडु मर्केटाइल बैंक के सीईओ एस कृष्णन ने इस्तीफा दे दिया है.
पिछले दिनों एक खबर आई थी कि तमिलनाडु के एक कैब ड्राइवर के खाते में अचानक से 9000 करोड़ रुपये आ गए. बैंक की तरफ से यह घटना गलती से हुई थी और अब खबर आ रही है कि तमिलनाडु मर्केटाइल बैंक के सीईओ एस कृष्णन ने इस्तीफा दे दिया है. वैसे तो लोग इसे 9000 करोड़ रुपये गलती से ट्रांसफर करने की घटना से जोड़ते हुए देख रहे हैं, लेकिन कृष्णन ने इस इस्तीफे की वजह कुछ निजी कारण बताए हैं. बता दें कि अभी उनकी दो तिहाई नौकरी बची हुई थी, लेकिन उसके पूरा होने से पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
कृष्णन ने इस बैंक से बतौर सीईओ सितंबर 2022 में जुड़े थे. बैंक के मैनेजिंग बोर्ड ने गुरुवार को एक बैठक की, जिसमें उनके इस्तीफे को स्वीकार किया और साथ ही इसकी सूचना भारतीय रिजर्व बैंक को भी दे दी. साथ ही कहा गया है कि जब तक आरबीआी की गाइडलाइन नहीं आती है, तब तक वह अपने पद पर बने रहें.
करीब 40 सालों का है बैंकिंग का करियर
तमिनलाडु मर्केंटाइल बैंक आने से पहले उन्होंने 4 सितंबर 2020 से लेकर 31 मई 2022 तक पंजाब एंड सिंध बैंक में एमडी और सीईओ की तरह अपनी सेवाएं दी थीं. उनके कार्यकाल के दौरान बैंक में डिजिटाइजेशन, रिस्क मैनेजमेंट, बिजनेस डेवलपमेंट और एचआर समेत कई मामले में बड़े बदलाव आए. इन सब का नतीजा ये हुआ कि बैंक ने 2021-22 में अब तक का सबसे अधिक मुनाफा कमाया.
इससे पहले कृष्णन 1 अप्रैल 2020 से लेकर 3 सितंबर 2020 तक केनरा बैंक में एग्जिक्युटिव डायरेक्टर थे. उन्होंने अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत जनवरी 1983 में इंडियन बैंक से की थी, जहां वह कई पदों पर रहे और रिस्क मैनेजमेंट से लेकर इनफॉर्मेशन सिस्टम्स सिक्योरिटी तक खूब अनुभव हासिल किया. वह इंडियन बैंक के बोर्ड में एग्जिक्युटिव सेक्रेटरी भी रह चुके हैं. वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के एक सर्टिफाइड असोसिएट हैं.
जानिए क्या है 9000 करोड़ रुपये का मामला?
ये घटना करीब 10 दिन पुरानी है. तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक की तरफ से गलती से एक कैब ड्राइवर के खाते में 9000 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए गए. जब कैब ड्राइवर ने वह मैसेज देखा तो उसे लगा कि यह कोई फ्रॉड है, लेकिन अकाउंट चेक करने पर उसमें पैसे दिखे. इसके बाद कैब ड्राइवर ने टेस्ट करने के लिए 21 हजार रुपये अपने दोस्त को भेजे जो सफलतापूर्वक ट्रांसफर हो गए, जिसके बाद पता चला कि वाकई उसके अकाउंट में 9000 करोड़ आ गए हैं. अभी कैब ड्राइवर खुशी से झूम ही रहा था कि उधर बैंक को भी अपनी गलती का एहसास हो गया.
जैसे ही बैंक को समझ आया कि उससे गलती हो गई है, उसने तुरंत सारे पैसे बैंक खाते से वापस खींच लिए. हालांकि, तब तक कैब ड्राइवर 21 हजार रुपये खर्च कर चुका था. ऐसे में बैंक ने उस कैब ड्राइवर को 21 हजार रुपये की रिकवरी का नोटिस थमा दिया. कैब ड्राइवर की खुशियां चंद पलों से खत्म हो गईं. खैर, कुछ मिनटों के लिए ही सही लेकिन कैब ड्राइवर 9000 करोड़ रुपये का मालिक बन गया था.