SBI customers alert! देश में पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े लेंडर (lender ) भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने फिशिंग (Phishing) रोकने के लिए डिटेल गाइडलाइंस तैयार की है. एसबीआई अपने ग्राहकों को बार-बार ये कहता है कि वे अपना पासवर्ड या पिन किसी को न बताएं. हालांकि, यदि आप गलती से पासवर्ड या पिन किसी को बता देते हैं तो घबराएं नहीं. बैंक ने बताया है कि इसे हालात में आपको क्या करना है.

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एसबीआई ने कहा कि अगर किसी ग्राहक को लगता है कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. वहीं अगर उसने किसी जगह पर पर्सनल जानकारी मुहैया कराई है जहां उसे ऐसा नहीं करना चाहिए है, तो इन स्टेप्स को फॉलो कर वह अपना नुकसान रोक सकता है. 

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 फॉलो करें यह स्टेप्स

- अपने यूजर एक्सेस को तुरंत लॉक करें.

- अपने बैंक/वित्तीय संस्थान या क्रेडिट कार्ड कंपनी से संपर्क करें.

-  स्थानीय पुलिस से संपर्क करें.

- हमेशा फिशिंग की रिपोर्ट report.phishing@sbi.co.in में करें.

- अपने अकाउंट की डिटेल्स जांचें और एनश्योर करें कि यह हर तरह से सही है.

- बैंक को किसी भी तरह की गलत एंट्री के बारे में रिपोर्ट करें.

इन तरीकों का भी कर सकते हैं इस्तेमाल

बैंक द्वारा किए गए दूसरे कंपनसेटरी कंट्रोल का उपयोग करें. इसमें डिमांड ड्राफ्ट की लिमिट तय करना, हाई सिक्टोरिटी को सक्षम करना (enabling) आदि शामिल हैं.

फिशिंग ई-मेल, टेक्स्ट मैसेज के साथ-साथ अपराधियों द्वारा ग्राहकों को भेजी जाने वाली वेबसाइटों के लिए एक सामान्य शब्द हैं. इसमें ऐसा लगता है कि वे जाने-माने और भरोसेमंद सोर्सेज से आए हैं.