देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) कोरोना वायरस  (COVID-19)महामारी से लड़ने के लिए एक आपात फंड तैयार किया है. एसबीआई ने इस फंड में अपने सालाना प्रॉफिट का 0.25 फीसदी हिस्सा देने का ऐलान किया है. इस फंड का इस्तेमाल कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए किया जाएगा. यह फंड कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR funds) के मद से खर्च किया जाएगा.

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इस फंड का इस्तेमाल बैंक मुख्य रूप से उन लोगों पर किया जाएगा, जिन्हें पैसों की कमी से हेल्थ सर्विस नहीं मिल पाती हैं.  एसबीआई इस महामारी के समय में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने में मदद करेगा.

एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि यह राष्ट्र के एकजुट होने का समय है.  हम एसबीआई में इस महत्वपूर्ण समय में भारत के लोगों और समुदायों के लिए हर संभव मदद के लिए समर्थन जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि वे सभी जिम्मेदार कॉरपोरेट नागरिकों से आग्रह करते हैंकि वे आगे आएं और न केवल पूरे स्टाफ, उनके परिवारों और आसपास के लोगों के लिए सभी एहतियाती निवारक उपाय करें, बल्कि उन देशवासियों का भी समर्थन करने के लिए उदारतापूर्वक योगदान दें, जिन्हें इन अभूतपूर्व कठिन समय में वित्तीय मदद की जरूरत है.

बता दें कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. अब तक इस संक्रमण से 9 लोगों की मौत हो चुकी है.

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सीएसआर के इस्तेमाल पर सरकार की हरी झंडी

इससे पहले सरकार ने सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं से इस आपदा के समय में आगे आकर मदद करने की अपील की थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि कोरोना से लड़ाई में खर्च हुए फंड को सीएसआर एक्टिविटी के अंतर्गत माना जाएगा.