RBI Policy: जियोपॉलिटिकल टेंशन से महंगाई पर असर, FY25 के लिए इंफ्लेशन रेट 4.5% पर बरकरार
RBI Monetary Policy Updates: लगातार 10वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया. महंगाई को लेकर गवर्नर दास ने कहा कि जियो पॉलिटिकल क्राइसिस के कारण महंगाई पर दबाव बढ़ता है.
RBI Monetary Policy Updates: रिजर्व बैंक की तरफ से मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान किया गया. एकबार फिर से रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखने का फैसला किया गया. लगातार 10वीं बार इंटरेस्ट रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. महंगाई को लेकर गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मंहगाई लक्ष्य एक बड़ा स्ट्रक्चरल रिफॉर्म रहा है. ग्लोबली महंगाई में कमी देखने को मिल रही है. हालांकि, परिस्थितियों में काफी उतार-चढ़ाव है. ग्लोबल उतार-चढ़ाव के बावजूद मॉनिटरी पॉलिसी महंगाई को काबू में रखने और इकोनॉमिक ग्रोथ को गति देने में सफल रही है.
FY25 के लिए महंगाई को 4.5% पर बरकरार रखा
रिजर्व बैंक ने FY25 के लिए इंफ्लेशन रेट को 4.5% पर बरकरार रखा है. हालांकि, तिमाही महंगाई अनुमान में बदलाव किया गया है. सितंबर तिमाही के लिए इंफ्लेशन के अनुमान को 4.4% से घटाकर 4.1% कर दिया गया है. दिसंबर तिमाही यानी Q3 के लिए इसे 4.7% से बढ़ाकर 4.8% कर दिया गया है. Q4 के लिए महंगाई के अनुमान को 4.3% से घटाकर 4.2% कर दिया गया है. FY26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2026 के लिए महंगाई के अनुमान को 4.4% से घटाकर 4.3% कर दिया गया है.
जियो पॉलिटिकल क्राइसिस महंगाई के लिए संकट
गवर्नर दास ने कहा कि सरकारी खपत बढ़ रही है और कैपेक्स में अच्छा सुधार आया है. अच्छी खरीफ फसल से आगे फूड इंफ्लेशन पर दबाव बढ़ेगा. MPC के पिछले फैसलों से कोर इंफ्लेशन काबू में रहने का अनुमान है. गवर्नर दास ने कहा कि ग्रोथ के साथ महंगाई को 4% पर लाने के लक्ष्य पर सेंट्रल बैंक कायम है. हालांकि, जियोपॉलिटिकल तनाव से महंगाई के बढ़ने का खतरा बना हुआ है. बेहतर मॉनसून से ग्रामीण ग्रोथ को सहारा मिल रहा है.