Digital Payment Solution e-RUPI: PM मोदी ने लॉन्च किया e-RUPI; जानिए कब और कैसे कर सकेंगे इस्तेमाल
Digital Payment Solution e-RUPI: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने 2 अगस्त को डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन e-RUPI को लॉन्च किया.
Digital Payment Solution e-RUPI: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने 2 अगस्त को डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन e-RUPI को लॉन्च किया. यह पर्सन और पर्पज स्पेसिफिक डिजिटल पेमेंट सॉल्युशन है. पीएम मोदी ने इसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉन्च किया. e-RUPI के जरिए पेमेंट कुछ ही मिनटों में कैशलेस तरीके से आसान होगा. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि e-RUPI वाउचर, देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन और DBT को और प्रभावी बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है. इससे ट्रांसपरेंसी आएगी.
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि e-RUPI इसका उदाहरण है कि कैसे भारत एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ 21वीं सदी में आगे बढ़ रहा है और लोगों को जोड़ रहा है. उन्होंने कहा, '' मुझे खुशी है कि e-RUPI उस साल में शुरू हो रहा है, जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है. भारत आज दुनिया को दिखा रहा है कि टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट करने में, उससे जुड़ने में वो किसी से भी पीछे नहीं हैं. ''
प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया कि e-RUPI वाउचर भी सफलता के नए अध्याय लिखेगा. इसमें हमारे बैंकों और पेमेंट गेटवे की बहुत बड़ा रोल है. हमारे सैंकड़ों प्राइवेट अस्पतालों, कॉर्पोरेट्स, इंडस्ट्री, NGOs और दूसरे संस्थानों ने भी इसको लेकर बहुत रुचि दिखाई है.
eRUPI: जिसको दिया उसी को मिलेगा पैसा
पीएम मोदी ने कहा कि, सरकार ही नहीं, अगर कोई सामान्य संस्था या संगठन किसी के इलाज में, किसी की पढ़ाई में या दूसरे काम के लिए कोई मदद करना चाहता है तो, वो कैश के बजाय eRUPI दे पाएगा. इससे सुनिश्चित होगा कि उसके द्वारा दिया गया पैसा, उसी काम में लगा है, जिसके लिए वो रकम दी गई है. पीएम ने कहा कि eRUPI, एक तरह से पर्सन के साथ-साथ पर्पज स्पेसिफिक भी है. जिस मकसद से कोई मदद या कोई बेनिफिट दिया जा रहा है, वो उसी के लिए इस्तेमाल होगा, eRUPI से यह सुनिश्चित हो जाएगा.
गरीबों तक टेक्नोलॉजी की पहुंच
पीएम ने कहा, ''पहले हमारे देश में कुछ लोग कहते थे कि टेक्नोलॉजी केवल अमीरों की चीज है. भारत तो गरीब देश है, इसलिए भारत के लिए टेक्नोलॉजी का क्या काम? जब हमारी सरकार टेक्नोलॉजी को मिशन बनाने की बात करती थी तो बहुत से राजनेता, कुछ खास किस्म के एक्सपर्ट्स उस पर सवाल खड़ा करते थे. लेकिन आज देश ने उन लोगों की सोच को नकारा भी है, और गलत भी साबित किया है. आज देश की सोच अलग है, नई है. आज हम टेक्नोलॉजी को गरीबों की मदद के, उनकी प्रगति के एक टूल के रूप में देख रहे हैं.''
क्या है e-RUPI (What is e-RUPI)
डिजिटल पेमेंट के लिए e-RUPI एक पूरी तरह से कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस तरीका है. यह एक तरह से प्रीपेड वाउचर है. e-RUPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने UPI प्लेटफॉर्म पर फाइनेंशियल सर्विस डिपार्टमेंट, हेल्थ मिनिस्ट्री और नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सहयोग से डेवपल किया गया है. यह एक QR कोड या SMS स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है, जिसे बेनेफिशियरी के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है.
e-RUPI: कई तरह के मिलेंगे फायदे
e-RUPI से वेलफेयर सर्विस की लीक-प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक क्रांतिकारी पहल है. इसका इस्तेमाल आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, उर्वरक सब्सिडी आदि जैसी योजनाओं के तहत मातृ एवं बाल कल्याण योजनाओं, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, दवाओं और निदान के तहत दवाएं और पोषण सहायता प्रदान करने के लिए योजनाओं के तहत सेवाएं देने के लिए भी किया जा सकता है. यहां तक कि प्राइवेट सेक्टर भी अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में इन डिजिटल वाउचर का फायदा उठा सकते हैं.