गौतमबुद्ध नगर के जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को लेकर बैंकर्स के साथ बैठक हुई. बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि बैंकर्स चुनाव प्रक्रिया के दौरान बैंकों में हो रहे 10 लाख रुपए से अधिक के लेनदेन की पूरी रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे. साथ ही बैंकों में आने वाले उपभोक्ताओं को बैंक कर्मियों के द्वारा मतदान के लिए प्रेरित भी किया जायेगा.

बैंकर्स को क्या दिए गए निर्देश?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जिले में आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पूर्ण पारदर्शिता एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैंकर्स के साथ बैठक करते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान बैंकों में हो रहे 10 लाख रुपए से अधिक के लेनदेन की पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजेंगे. इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी इस संबंध में जानकारी आगे आयकर विभाग को भेजेंगे.

बैंकों को ध्यान रखनी होंगी ये बातें

उन्होंने बैंकर्स को 10 लाख रुपए से अधिक की लेनदेन पर विशेष निगरानी रखने के लिए कहा ताकि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए धन के प्रयोग पर अंकुश लगाया जा सके. जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बैंक यह सुनिश्चित करेंगे कि बाह्य स्रोत एजेंसियों और कंपनियों से नगदी ले जाने वाली गाड़ियां किसी भी परिस्थिति में बैंक की नगदी के अतिरिक्त किसी अन्य पक्ष की नगदी अपने साथ वाहन में नहीं रखेंगे. बाह्य स्रोत एजेंसी व कंपनी के पास बैंकों द्वारा जारी पत्र व दस्तावेज इत्यादि होने चाहिए, जिसमें उन्हें बैंकों द्वारा दी गई नगदी का विवरण व किस प्रयोजन के लिए राशि उपलब्ध करायी गयी है (जैसे एटीएम में भरने, अन्य शाखाओं अथवा बैंकों में रखने आदि) का जिक्र होगा. उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान नियुक्त किए गए उड़न दस्ता दल या स्टैटिक निगरानी दल के द्वारा इन गाड़ियों को रोका जाता है तो उनके द्वारा सत्यापन किया जाएगा.

लोकसभा चुनावों में वोटिंग को लेकर किया जाएगा जागरूक

 इसके अलावा बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा ई-एसएमएस और सी विजिल एप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और बताया गया कि इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम से किस प्रकार चुनाव में अनैतिक गतिविधियों पर रोकथाम लगाई जा सकती है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने बैठक में सभी बैंकर्स से यह भी कहा कि आप बैंक कार्मिकों के माध्यम से बैंकों में आने वाले उपभोक्ताओं को जागरूक करायें कि वोटर किस प्रकार से वोटर हेल्पलाइन पर जाकर वोटर लिस्ट में अपना नाम एवं बूथ चेक कर सकते हैं. साथ ही उनको मतदान के लिए प्रेरित भी किया जाए.