इस बैंक के ग्राहक कर रहे हैं कॉन्सोलिडेटेड चार्ज की शिकायत, कहीं आपका अकाउंट तो नहीं हो रहा खाली, समझें पूरा मामला
What are Consolidated Charges: एक्सिस बैंक (AxisBank) के कई ग्राहक सोशल मीडिया पर बैंक से कॉन्सोलिडेटेड चार्ज की वजह से अधिक पैसा कटने की बात कर रहे हैं.
What are Consolidated Charges: हम सभी अपने बैंक अकाउंट (bank account) को लेकर काफी सतर्क रहते हैं. अगर बैंक (bank account) से बिना वजह पैसा कटता है तो अक्सर लोग परेशान हो जाते हैं. हाल ही में एक्सिस बैंक (AxisBank) के ग्राहकों के साथ इस तरह की समस्याएं देखने को मिला है. एक्सिस बैंक (AxisBank) के कई ग्राहक सोशल मीडिया पर बैंक से कॉन्सोलिडेटेड चार्ज की वजह से अधिक पैसा कटने की बात कर रहे हैं. वो अकाउंट स्टेटमेंट की स्क्रीनशॉट के साथ लगातार पोस्ट शेयर कर रहे हैं.
दरअसल, एक्सिस बैंक को लेकर इस तरह की शिकायतें आ रही है कि बैंक कॉन्सोलिडेटेड चार्ज के नाम पर ज्यादा ही पैसे काट रही है. ग्राहकों का कहना है कि हर 2-3 महीने में ये कॉन्सोलिडेटेड चार्ज के नाम पर पैसा काट लेते हैं. कुछ ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर बैंक द्वारा काटे गए पैसों का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें 4 से 6 हजार रुपये तक काटे गए हैं. लोग लगातार एक्सिस बैंक को टैग कर उससे इतने अधिक पैसों काटे जाने की वजह पूछ रहे हैं.
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जानिए आखिर क्या होता है कॉन्सोलिडेटेड चार्ज
एक्सिस बैंक की वेबसाइट पर कॉन्सोलिडेटेड चार्ज को लेकर जरूरी जानकारी शेयर की गई है. बैंक के मुताबिक हर अकाउंट की उसकी कैटगरी के हिसाब से कुछ चार्ज लिए जाते हैं. इन्हीं सभी चार्ज को मिलाकर कॉन्सोलिडेटेड चार्ज का नाम दिया गया है. इसके तहत अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन न रखने, डेबिट कार्ड चार्ज, मैसेज अलर्ट, तय सीमा से अधिक बार ATM से पैसा निकालना, चेक बाउंस होने या ऑटो डेबिट फेल्योर इन सभी कामों पर लगने वाले चार्ज को कॉन्सोलिडेटेड चार्ज में गिना जाता है.
इन बातों का ख्याल रखना है बेहद जरूरी
अगर आपका अकाउंट भी एक्सिस बैंक में हैं तो इन चीजों का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखने की जरूरत है. कॉन्सोलिडेटेड चार्ज हर महीने के अंत में बैंक द्वारा काटा जाता है. इसलिए जरूरी है कि पूरे महीने होने वाली गतिविधियों पर नजर रखते हुए आगे की प्लानिंग की जाएं. एक्सिस बैंक की तरह कई और दूसरे बैंक हैं जो इसी तरह का चार्ज वसूलने का काम करती है. कोई भी बैंक जरूरत से ज्यादा चार्ज उसी समय ग्राहक से लेती है जब कोई चेक बाउंस हो गया हो, कोई EMI मिस हो गई हो या क्रेडिट कार्ड की पेमेंट समय से न की गई हो. अगर आप इस तरह की गलतियां नहीं करते हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है.