देशभर में किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने कहा कि सरकार ने पिछले 2 माह में ही 25 लाख किसानों को केसीसी (Kisan Credit Card) जारी कर दिए हैं और आगे आने वाले दिनों में देश के 2.5 करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) मुहैया कराए जाएंगे. इनके जरिए 2 लाख करोड़ रुपये तक की राशि जारी करने का फैसला लिया गया है. आखिर क्या है ये किसान क्रेडिट कार्ड? इसे समझना आपके लिए भी जरूरी हो सकता है. अगर आप किसान हैं और अब तक किसान क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है तो इसके बारे में जानकारी जरूर रखें, आपके काम आ सकती है. 

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क्या है किसान क्रेडिट कार्ड

यह भारत सरकार की एक स्कीम है. किसान क्रेडिट कार्ड बैंक जारी करते हैं. सरकार का मकसद किसानों को खेती से जुड़ी चीजों जैसे-खाद, बीज, कीटनाशक इत्यादि की खरीद करने के लिए लिए कर्ज उपलब्ध कराना है. दूसरा मकसद, किसानों को साहूकारों से कर्ज लेने की जरूरत न पड़े, जो मनमाने ब्याज की वसूली करते हैं. किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लिया जाने वाला कर्ज 2-4 प्रतिशत तक सस्ता हो सकता है, बशर्ते लोन को समय पर चुका दिया जाए.

किसानों को खरीफ फसल और रबी फसल के लिए दिया जाता है. इस कार्ड में आपके पास उपलब्ध जमीन के मुताबिक, लिमिट बनाई जा सकती है. यानी आपके पास जितनी ज्यादा जमीन होगी, उतना लिमिट ज्यादा होगा. जिला स्तर पर गठित कमिटी के आधार पर फसलों का वित्त माप तय होता है और इसी आधार पर बैंक किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट तय करते हैं. सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के बैंक किसान क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं.  

केसीसी के फायदे

  • किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम के तहत किसान खेती से जुड़ी जरूरत की चीजें खरीद सकता है और बाद में फसल बेचकर अपना लोन चुका सकता है.
  • इसका एक बड़ा फायदा खासकर गरीब किसानों को होता है जिनके पास खेती की जमीन कम है. इसमें 1.60 लाख रुपए तक का लोन लेने के लिए जमीन को बंधक रखने की जरूरत नहीं होती है. यानी बिना किसी सिक्योरिटी के लोन मिल जाता है. वैसे 1.60 लाख रुपए तक के किसी भी एग्री लोन के लिए भी खेती की जमीन बंधक रखने की जरूरत नहीं पड़ती है. 
  • एसबीआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, सभी केसीसी अकाउंट होल्डर को एटीएम कम डेबिट कार्ड फ्री में जारी किए जाते हैं. इसके अलावा 3 लाख रुपए तक के लोन पर सालाना आधार पर 2 प्रतिशत तक ब्याज में राहत का प्रावधान है. अगर आप जल्दी लोन चुका देते हैं तो आपको सालाना ब्याज में तीन प्रतिशत तक की राहत मिल सकती है.
  • किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दरें अलग-अलग बैंकों पर निर्भर करता है. हालांकि आमतौर पर यह 9-11.50 प्रतिशत तक होता है. 
  • खेतों में फसल को कीड़ों के हमले या किसी प्राकृतिक आपदा के चलते नुकसान होने पर फसल का बीमा कवर भी मिलता है. हालांकि फिलहाल फसल बीमा कराना स्वैच्छिक कर दिया गया है.
  • किसान क्रेडिट कार्ड के साथ डेयरी से जुड़ा लोन भी उपलब्ध कराया जाता है. किसान क्रेडिट कार्ड में हर साल रिन्यूअल के आधार पर 10 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ पांच साल तक का किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जाता है.

अप्लाई करने से पहले इन डॉक्यूमेंट को रखें तैयार

आईडी प्रूफ के तौर पर पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट की जरूरत पड़ सकती है. एड्रेस प्रूफ के लिए जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस या कोई दूसरे सरकारी आईडी और पासपोर्ट साइज फोटो तैयार रखें.

ऐसे करना होता है अप्लाई

  • आप जिस बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, उसकी वेबसाइट पर जाएं. यहां क्रेडिट कार्ड सेक्शन पर जाएं
  • यहां आपको एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर इसे प्रिंट करना होता है. फॉर्म को अच्छे से मांगी गई सभी जानकारियों के साथ भरें.
  • इसके बाद जरूरी डॉक्यूमेंट के साथ उस फॉर्म को नजदीकी बैंक शाखा में जमा करें.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

  • फिर बैंक शाखा में ऑथोराइज्ड लोन ऑफिसर आपको सभी जरूरी जानकारी देंगे और जरूरी डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन के बाद मैक्सिमम 15 दिनों में आपका लोन मंजूर होगा और किसान क्रेडिट कार्ड/एटीएम कार्ड आपके पते पर पहुंच जाएगा.
  • आप चाहें तो सीधे बैंक की उस शाखा में जाकर भी अप्लाई कर सकते हैं.