Inflation impact on home loan EMI: महंगाई डायन खाए जात है...यह एक गाना है, लेकिन आज की हकीकत भी है. पूरी दुनिया महंगाई से त्रस्त है. अगस्त में भारत में महंगाई दर 7 फीसदी पर पहुंच गई. आज अमेरिका में महंगाई दर बाजार के अनुमान से अधिक रहा. महंगाई जब तक ऊंची रहेगी, सेंट्रल बैंकों पर इंट्रेस्ट रेट बढ़ाने का दबाव जारी रहेगा. जानकारों का कहना है कि 28-30 सितंबर को जब रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी की कमिटी की बैठक होगी तो रेपो रेट में 35-50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जा सकती है. ज्यादातर जानकारों का अनुमान है कि दिसंबर तक रेपो रेट 6 फीसदी पर पहुंच जाएगा. वर्तमान में यह 5.4 फीसदी है.

रेपो रेट बढ़ने से होम लोन इंट्रेस्ट रेट भी बढ़ेगा

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जाहिर है कि रेपो रेट बढ़ने के कारण आपकी EMI में भी उछाल आएगा. रेपो रेट बढ़ने से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन सबकुछ महंगा हो जाएगा. इसका असर आपकी वर्तमान EMI पर भी होगा, क्योंकि ज्यादातर लोन रेपो रेट से लिंक्ड होते हैं. आप पर EMI का कितना बोझ बढ़ेगा इसे आसान भाषा में समझने की कोशिश करते हैं. 

सालाना ईएमआई का बोझ 20 हजार से ज्यादा बढ़ेगा

मान लीजिए कि आपका होम लोन 40 लाख रुपए का है और वर्तमान में उसपर इंट्रेस्ट रेट 8 फीसदी है. इस दर से आपकी मंथली ईएमआई 30 सालों के लिए 29351 रुपए होती है. दिसंबर तक जब रेपो रेट में 60 बेसिस प्वाइंट्स का उछाल आएगा तो लोन रेट में भी कम से कम 60 बेसिस प्वाइंट्स की तेजी आएगी. उस कंडिशन में आपकी लोन ईएमाई बढ़कर 31040 रुपए हो जाएगी. इस तरह आपकी ईएमआई हर महीने 1689 रुपए बढ़ जाएगी. होम लोन ईएमआई का सालाना बोझ 20268 रुपए बढ़ जाएगा. 

सितंबर में रेपो रेट कितना बढ़ सकता है?

नोमुरा का मानना है कि रिजर्व बैंक सितंबर में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स और दिसंबर में फिर से 25 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करेगा. वर्तमान में यह 5.4 फीसदी है जो दिसंबर में 5.9 फीसदी पर पहुंच जाएगा. मई से अब तक रेपो रेट में 140 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जा चुकी है. मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि सितंबर में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जाएगी. SBI का मानना है कि सितंबर में रेपो रेट में 35-50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की जाएगी.