Indian Overseas Bank Q3 results: पब्लिक सेक्टर के इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का सिंगल नेट प्रॉफिट 113 प्रतिशत के उछाल के साथ 454 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पीटीआई की खबर के मुताबिक, प्रावधान घटने और ऊंची वसूली से बैंक का मुनाफा बढ़ा है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक (Indian Overseas Bank) ने 213 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था.

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नकदी वसूली बेहतर रहने का भी दिखा असर

खबर के मुताबिक, आईओबी (IOB) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही के दौरान प्रावधान कम रहने, नकदी वसूली बेहतर रहने और ऑपरेशन लागत पर नियंत्रण की वजह से हमारा मुनाफा अच्छा रहा है. आईओबी सितंबर, 2021 में ही रिजर्व बैंक के त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) ढांचे से बाहर निकला था. बैंक का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में 1,600 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाने का है.

बैंक की ब्याज से इनकम

आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की ब्याज से इनकम मामूली घटकर 4,198 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 4,244 करोड़ रुपये रही थी. तिमाही में बैंक का नेट ब्याज मार्जिन (Indian Overseas Bank Q3 results) घटकर 2.40 प्रतिशत रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2.45 प्रतिशत था.

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बैंक का नेट एनपीए

समीक्षाधीन अवधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 12.19 प्रतिशत से घटकर 10.45 प्रतिशत रह गईं. बैंक का नेट एनपीए 3.13 प्रतिशत से घटकर 2.63 प्रतिशत रह गया. तीसरी तिमाही में आईओबी (IOB Q3 results) का प्रावधान घटकर 1,073 करोड़ रुपये पर आ गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1,518 करोड़ रुपये के स्तर पर था.