IDBI Bank ने वित्तीय क्षेत्र का एक अलग तरीके का समूह बनने की रविवार को घोषणा की. बैंक की योजना एक ही मंच के जरिये बैंकिंग और बीमा सेवाएं मुहैया कराने की है. आईडीबीआई बैंक में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की बहुलांश हिस्सेदारी है. आईडीबीआई का स्वामित्व सरकार की जगह एलआईसी के हाथों जाने से बैंक निजी क्षेत्र का उपक्रम हो जाएगा.

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बैंक ने एक बयान में कहा है कि आईडीबीआई बैंक अपने सभी उपभोक्ताओं को एक ही जगह बैंकिंग और बीमा सेवाएं देने के लिये आवश्यक प्रावधान कर रहा है. आईडीबीआई बैंक और एलआईसी ने शाखाओं, कार्यालयों तथा कर्मचारियों की साझी संपदा के जरिये एक-दूसरे की कारोबारी विशिष्टता का लाभ उठाना शुरू कर दिया है.

बैंक ने कहा कि इन रणनीतिक मुहिमों से बेहतर परिचालन और बेहतर फाइनेंस का रास्ता साफ होगा. इससे सरकार और एलआईसी समेत सभी संबंधित पक्षों का धन अधिकतम स्तर पर पहुंचेगा. बैंक ने कहा कि ये रणनीतिक योजनाएं IDBI Bank और LIC दोनों को कारोबारी विशिष्टता का पूरी तरह लाभ उठाने में सक्षम बनाएंगी.

बयान में कहा गया है कि इस दिशा में बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक एश्योरेंस के तहत एलआईसी को कॉरपोरेट एजेंट बनाने को मंजूरी दी है. इसके तहत एलआईसी के चेयरमैन को बैंक का गैर-कार्यकारी चेयरमैन बनाया गया है. बैंक ने कहा है कि बैंक मौजूदा प्रबंध निदेशक (एमडी) राकेश शर्मा को अगले तीन साल के लिये और एमडी एवं सीईओ बनाने पर विचार कर रहा है.