छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है. 01 अक्टूबर से आपकी जमा राशि पर अधिक ब्याज मिलेगा. सरकार ने कुछ समय पहले इन छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज बढ़ाने की घोषणा की थी जो 01 अक्टूबर से लागू है.तिमाही आधार पर इन योजनाओं की ब्याज दर में बदलाव होता है. ऐसे में इन बढ़ी ब्याज दरों का लाभ 01 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर तिमाही तक तो मिलेगा ही. छोटी बचत योजनाओं जैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), राष्‍ट्रीय बचत पत्र (NSC), सुकन्‍या समृद्धि योजना (SSY) और पोस्‍ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट के ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी हुई है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

0.40 फीसदी बढ़ाई ब्याज दरों का मिलेगा फायदा

वित्‍त मंत्रालय द्वारा जारी एक सर्कुलर के अनुसार, विभिन्‍न बचत योजनाओं की ब्‍याज दरों में 0.30% से 0.40% की बढ़ोतरी की गई है. अन्‍य योजनाएं जैसे पांच साल के टाइम डिपॉजिट, सुकन्‍या समृद्धि योजना और पीपीएफ के ब्‍याज दरों में 0.40% की बढ़ोतरी की गई है.

किस पर कितना मिलेगा ब्याज

इस बढ़ोतरी के बाद पीपीएफ और एनएससी पर 8 फीसदी का ब्‍याज मिलेगा. वहीं, सुकन्‍या समृद्धि योजना पर अब 8.5% और वरिष्‍ठ नागरिक बचत योजना पर 8.7% का ब्‍याज मिलेगा. किसान विकास पत्र पर अब 7.7 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा और अब यह 112 सप्ताह में परिपक्व हो जाएगा. हालांकि, डाकघर बचत खाते की ब्‍याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है और यह 4% ही रहेगा. सुकन्या समृद्धि खातों के लिए संशोधित ब्याज दर 8.5 प्रतिशत होगी. एक से तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज दर में 0.3 प्रतिशत की वृद्धि की गई है.

पांच वर्ष की बचत योजनाओं पर कितना ब्याज

पांच वर्ष की सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दरें बढ़ाकर क्रमश: 7.8 प्रतिशत, 7.3 प्रतिशत और 8.7 प्रतिशत कर दी गई हैं. हालांकि, बचत जमा के लिए ब्याज दर चार प्रतिशत बरकरार है. इस बढ़ोतरी के बाद पीपीएफ और एनएससी पर 8 फीसदी का ब्‍याज मिलेगा. वहीं, सुकन्‍या समृद्धि योजना पर अब 8.5% और वरिष्‍ठ नागरिक बचत योजना पर 8.7% का ब्‍याज मिलेगा. हालांकि, डाकघर बचत खाते की ब्‍याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है और यह 4% ही रहेगा.

पिछली दो तिमाही में नहीं हुआ था बदलाव

निश्चित आय की बचत योजनाओं में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह स्‍वागत योग्‍य कदम है क्‍योंकि इन योजनाओं की ब्‍याज दरों में पिछली दो तिमाहियों के दौरान कोई इजाफा नहीं किया गया था. आपको यह भी बताते चलें कि जनवरी-मार्च 2018 की तिमाही में सरकार ने इन योजनाओं की ब्‍याज दरों में कटौती की थी.