पेमेंट ऐप प्लेटफॉर्म गूगल प्ले (Google Pay) पर भी फास्टैग रीचार्ज कर सकते हैं. यह बेहद आसान भी है. कंपनी ने हाल ही में इस फीचर को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है. गूगल पे पर फास्टैग रीचार्ज यूपीआई (UPI) के जरिये होती है. अगर आप गूगल पे ऐप के यूजर हैं तो आप इसे अपडेट कर फास्टैग को रीचार्ज कर सकते हैं. भारत सरकार ने सभी नेशनल हाईवे पर टोल के ऑनलाइन कलेक्शन के लिए FASTag को जरूरी कर दिया है. 

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लिंक कराना है जरूरी

गूगल पे से फास्टैग को रीचार्ज करने के लिए दोनों को लिंक कराना होता है. आप खुद लिंक कर सकते हैं. इसके लिए आपको गूगल पे ऐप के Bill Payments सेक्शन में जाकर लिंक करना होता है. यह आपको फास्टैग रीचार्ज का ऑप्शन मिलता है. अब आप यहां गूगल पे में ऐड किए बैंक अकाउंट को सलेक्ट कर रीचार्ज कर सकते हैं. Google Pay ऐप में ICICI FASTag Recharge और IDFC First FASTag Recharge दो ऑप्शन मौजूद हैं.

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने ग्राहकों को NETC FASTag को भीम UPI से रिचार्ज करने का विकल्प उपलब्ध कराया है. भीम UPI आधारित मोबाइल ऐप के जरिए वाहन मालिक रास्ते में चलते-चलते भी अपने फास्टैग को रिचार्ज कर सकते हैं. उन्हें टोल प्लाजा पर लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होती है. NHAI के मुताबिक, विभिन्न बिक्री केंद्रों (पीओएस) के जरिये दिसंबर में करीब 1.10 करोड़ फास्टैग जारी किए गए थे.

क्‍या है Fastag

फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन की एक तकनीक है. इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का इस्तेमाल होता है. इस टैग को गाड़ी के सामने वाले शीशे (विंडस्क्रीन) पर लगाया जाता है. गाड़ी जैसे ही टोल नाके के पास आती है, तो सेंसर फास्टैग को ट्रैक कर लेता है. इसके बाद आपके फास्टैग अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला टैक्स कट जाता है.

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इस तरह आप टोल प्लाजा पर रुके बिना ही टैक्स का भुगतान कर पाते हैं. वाहन में लगा यह टैग आपके प्रीपेड खाते के सक्रिय होते ही अपना काम शुरू कर देगा. वहीं, जब आपके फास्टैग अकाउंट की राशि खत्म हो जाएगी, तो आपको उसे फिर से रिचार्ज करवाना पड़ेगा.