EMV चिप वाले कार्ड की भी क्लोनिंग, घर में बैठे लोगों के खातों लाखों रुपये गायब
धोखाधड़ी के ऐसे मामलों में रिजर्व बैंक के नियम साफ हैं. ग्राहक तुरंत ऐसी धोखाधड़ी की जानकारी बैंक को देता है तो 10 दिन में पैसे वापस लौटाया जाना चाहिए. साथ ही उस पर ब्याज भी मिलना चाहिए.
कार्ड क्लोनिंग को रोकने के लिए रिज़र्व बैंक ने सभी बैंकों के लिए EMV चिप वाले कार्ड ज़रूरी कर दिया है. लेकिन मुंबई में देश के एक नामी-गिरामी निजी बैंक के ग्राहकों के खातों से कार्ड क्लोनिंग कर ATM से पैसे निकाल लिए गए, जबकि कार्ड नए जमाने के EMV चिप वाले थे. इस मामले में ग्राहकों की शिकायत पर माहिम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज़ कराई गई है.
मुंबई के माहिम इलाके के नितिन गड़िया ने संडे के वीकेंड के लिए ढेरों प्लान बनाए थे. लेकिन सुबह सुबह आंख खुली तो पता लगा कि उन्हें लंबी चपत लग चुकी है. नितिन के ICICI बैंक के खाते से किसी ने ठाणे के एटीएम से 20 हज़ार रुपए निकाल लिए थे. हैरानी की बात ये थी कि सुबह जब पैसे निकाले गए तब नितिन घर में सो रहे थे और कार्ड उनके पास ही था. नितिन के कार्ड में EMV चिप थी जिसे क्लोनिंग प्रूफ माना जाता है.
धोखाधड़ी की ये वारदात अकेले नितिन के साथ ही नहीं हुई थी बल्कि, कई और ग्राहकों के साथ ऐसी ही घटना रविवार की सुबह घटी. जितनी घटनाएं सामने आई हैं उनमें सभी के सभी ICICI बैंक के ग्राहक हैं. सबका दावा है कि उन्होंने न तो अपना कार्ड और न ही पासवर्ड किसी बाहरी व्यक्ति के साथ साझा किया है.
हैरान करने वाली बात ये भी है कि ज्यादातर रकम की निकासी मुलंड और ठाणे इलाके में की गई. अब तक माहिम पुलिस के पास 9 शिकायतें आई हैं जिनकी FIR दर्ज़ की गई है.
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धोखाधड़ी के ऐसे मामलों में रिजर्व बैंक के नियम साफ हैं, जिसके मुताबिक ग्राहक तुरंत ऐसी धोखाधड़ी की जानकारी बैंक को देता है तो 10 दिन में पैसे वापस लौटाया जाना चाहिए. साथ ही उस पर ब्याज भी मिलना चाहिए.
ICICI बैंक ने ज़ी बिज़नेस को बताया कि पहली नज़र मे ये मामला स्किमिंग का लगता है. एक ज़िम्मेदार वित्तीय संस्थान होने के नाते वह अपने प्रभावित ग्राहकों को पैसे रीफंड कर रहा है ताकि उन्हें कोई आर्थिक नुकसान न हो.
(रिपोर्ट- एकता सूरी/ मुंबई)