सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने मंगलवार को कहा कि वह कृषि क्षेत्र की सभी प्रमुख जरूरतों का समाधान प्रदान करने के लिए 'बड़ौदा किसान' नामक कृषि-डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित करेगा. छह कंपनियां- स्काईमेट वेदर सर्विसेज, वेदर रिस्क मैनेजमेंट सर्विसेज, बिगहाट, एग्रोस्टार इंडिया, ईएम 3 एग्री सर्विसेज और पूर्ति एग्री सर्विसेज ने इस परियोजना के लिए बैंक के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हर समस्या का एक हल

बैंक ने एक बयान में आगे कहा, आईबीएम इंडिया की साझेदारी में बैंक ऑफ बड़ौदा के आईटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (आईटीसीओई) द्वारा एग्री-डिजिटल प्लेटफॉर्म का निष्पादन किया जाएगा. इसमें कहा गया है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म कृषि संबंधी समस्याओं को हल करने के लिए, विश्वसनीय और विशिष्ट जानकारी, उपयोग के लिए इनपुट, कृषि उपकरण किराए पर लेने की सुविधा और कृषि-उत्पाद की बिक्री के लिए बाजार संपर्क के जरिये खेती बाड़ी की दिक्कतों को सुलझाने का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करेगा.

कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के उपयोग

बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक और सीईओ पी एस जयकुमार ने कहा, "कृषि सेवाओं के डिजिटलीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा और यह सहयोग कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के उपयोग को ध्यान में रखते हुए एक प्रयास है." उन्होंने कहा कि किसान भारत का एक अभिन्न अंग हैं, और 'बड़ौदा किसान' उनकी विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के लिये समर्पित एक मंच है.

ज़ी बिज़नेस वीडियो यहां देखें: