सरकार ने 2000 रुपए की नोटबंदी की खबर को खाजिर कर दिया है. मंगलवार को राज्‍यसभा में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने ऐसी खबरों को खारिज किया. उन्‍होंने कहा कि 2,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने का कोई प्रस्‍ताव नहीं है. लोगों को इस बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है. 

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2,000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने की सरकार की योजना है या नहीं, इस बारे में सवाल उठने पर अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में कहा कि नोटबंदी पर एक और चिंता सामने आई है. मुझे लगता है कि आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.

सपा सांसद विश्वंभर प्रसाद निषाद ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट चलन में आने से Black Money बढ़ी है. अफवाह है कि 2,000 रुपये के नोट को बाहर कर 1,000 रुपये के नोट लाए जा रहे हैं. आपको बता दें कि सरकार 2016 में नोटबंदी लाई थी, जिसमें 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था.

अनुराग ठाकुर के मुताबिक नोटबंदी का मकसद काले धन को खत्म करना, नकली नोटों को खत्म करना, आतंकवाद और नक्सलवाद की फंडिंग पर प्रहार करना, टैक्स बेस और रोजगार बढ़ाने के लिए असंगठित अर्थव्यवस्था को संगठित अर्थव्यवस्था में तब्दील करना था. साथ ही देश की अर्थव्यवस्था में नकदी घटाने के लिए डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना था.