स्विट्जलैंड की यह कंपनी बनाएगी देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. इसके 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है.
नोएडा (Noida) के जेवर बनने वाले एयरपोर्ट (Jewar Airport) के निर्माण अब जल्द शुरू होने जा रहा है. एयरपोर्ट (Airport) तैयार करने का ठेका स्विट्जरलैंड (Switzerland) की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (Zurich Airport International) को दिया जा रहा है. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में यह दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (International Airport) होगा जो तैयार होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट (biggest airport) होगा. इसके 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है.
जानकारी के मुताबिक, स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ने राजस्व में हिस्सेदारी के मामले में प्रति यात्री सबसे ऊंची बोली लगाई है. इसके लिए जारी अंतराष्ट्रीय निविदा में इस कंपनी ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL), अडाणी एंटरप्राइजेज और एंकरेज इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड जैसी कंपनी को पीछे छोड़ दिया.
दिल्ली-एनसीआर में तीसरा एयरपोर्ट
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यह तीसरा हवाईअड्डा होगा जिसे पूरी तरह से नए सिरे से ग्रीनफील्ड किया जाएगा. इससे पहले दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा और गाजियाबाद में हिंडन हवाईअड्डा मौजूद है.
जेवर हवाईअड्डा या नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट जब पूरी तरह विकसित हो जाएगा तो यह 5,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा. इसकी अनुमानित लागत 29,560 करोड़ रुपये आंकी गयी है.
4 कंपनियों ने लगाई बोली
प्रस्तावित हवाईअड्डे के विकास के लिए चार कंनियों की बोली को तकनीकी आधार पर सही पाया गया है. शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के दफ्तर में चारों कंपनियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में बोलियां खोली गईं. चारों में कंपनियों में से एक को ठेका देने के लिए राजस्व में प्रति यात्री सबसे अधिक हिस्सेदारी देने को आधार बनाया गया.
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जानकारी के मुताबिक, एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर ने प्रति यात्री 205 रुपये, अडाणी एंटरप्राइजेज ने 360 रुपये, डायल ने 351 रुपये और ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ने 400.97 रुपये प्रति यात्री के हिसाब से बोली लगाई थी.
जेवर हवाईअड्डा के लिए 30 मई को इंटरनेशनल टेंडर जारी किए गए थे. इस एयरपोर्ट के प्रबंधन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक एजेंसी नायल गठित की है. पूरी तरह बनकर तैयार होने के बाद नायल पर छह से आठ हवाई पट्टियां होंगी जो देश में अब तक किसी हवाई अड्डे की तुलना में सबसे अधिक होंगी.