निजी एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज में अगस्त की सैलरी को लेकर विवाद अब जल्द थम जाएगा. एयरलाइंस ने कंपनी के पायलटों को आश्वासन दिया है कि वह अगस्त की बची सैलरी 9 अक्टूबर तक दे देगी. एयरलाइंस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक सैलरी को लेकर पायलट, इंजीनियर और प्रबंधन से जुड़े अधिकारी नाराज हैं. सूत्रों ने बताया है कि कंपनी ने अगस्त में आंशिक सैलरी ही दी थी और तब से अब तक पूरा भुगतान नहीं किया है.

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बकाया सैलरी देने का आश्वासन जेट एयरवेज प्रबंधन और पायलटों के बीच हुई बैठक के बाद मिला है. एयरलाइंस के मुख्यालय में पायलट के यूनियन नेशनल एविएटर्स गिल्ड के बीच बातचीत हुई. दोनों पक्षों की तरफ से यह भी तय हुआ कि वे अगले हफ्ते फिर मिलेंगे, ताकि सैलरी और अन्य मुद्दों पर बातचीत आगे हो सके.

नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि प्रबंधन ने कहा है कि वह बकाया रकम मंगलवार को दे देगा और इंजीनियरों को उनकी बकाया राशि दो किस्तों में नवंबर तक दी जाएगी. 6 सितंबर को एयरलाइन ने पायलट, इंजीनियर और प्रबंधन में वरिष्ठ अधिकारियों को बात की सूचना दे दी थी कि उनकी बकाया राशि नवंबर तक दो किस्तों में दी जाएगी.

अगस्त सैलरी दो किस्तों में- 11 सितंबर तक आधी और 26 सितंबर तक आधी दी जानी थी. हालांकि कंपनी ने पहली किस्त समय पर दे दी थी, लेकिन दूसरी नहीं दे पाई. नरेश गोयल के नेतृत्व वाली एयरलाइंस में दोनों पक्षों के बीच दोबारा 9 अक्टूबर को बैठक होनी है. 

जेट एयरवेज में एतिहाद एयरवेज की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह एयरलाइंस पिछले कुछ समय से कमजोर आर्थिक परिस्थितियों का सामना कर रहा है. बीते कुछ समय से विमान ईंधन के महंगे होने, गलाकाट प्रतिस्पर्धा, किराये में बढ़ोतरी न होने से एयरलाइंस पर बुरा असर पड़ा है.