ICAO के समन्वित सत्यापन मिशन (ICVM) के तहत विमानन सुरक्षा निरीक्षण रैंकिंग (aviation safety oversight ranking) में भारत की स्थिति में शानदार सुधार हुआ है. भारत इस रैंकिंग में 57 स्थान की जबरदस्त छलांग के साथ अब 112वें स्थान से 55वें स्थान पर पहुंच गया है. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने शुक्रवार को ये जानकारी दी. ‘यूनिवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट प्रोग्राम’ (USOAP) सतत निगरानी दृष्टिकोण के अंतर्गत भारत में ICVM 9-12 नवंबर, 2022 को चलाया गया था. डीजीसीए ने शुक्रवार को बयान में कहा, “अंतिम रिपोर्ट आने के बाद भारत की सुरक्षा निरीक्षण क्षमता रैंकिंग 112 से जबरदस्त सुधार के साथ 55वें स्थान पर आ गई है.

अलग-अलग ऑडिट के परिणामों पर निर्भर करती है रैंकिंग

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डीजीसीए ने अपने बयान में आगे कहा, ''गौर करने वाली बात है कि ये रैंकिंग आईसीएओ द्वारा किए गए अलग-अलग ऑडिट के परिणामों पर निर्भर है.” अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) इस कार्यक्रम के तहत अलग-अलग देशों में ये ऑडिट करता है.

भारत में पिछले साल के मिशन में ऑन-साइट एलईजी, ओआरजी, पीईएल, ओपीएस और एजीए के क्षेत्र शामिल थे, जबकि इसी अवधि के दौरान एआईआर के क्षेत्र को वर्चुअल रूप से मान्य किया गया था. एलईजी, प्राथमिक विमानन विधान और विशिष्ट परिचालन विनियम है; ओआरजी नागरिक उड्डयन संगठन है; पीईएल कार्मिक लाइसेंसिंग और प्रशिक्षण है; ओपीएस विमान संचालन है; एजीए एयरोड्रम और ग्राउंड एड है और एआईआर विमान की उड़ान योग्यता है.

इंडस्ट्री और सर्विस प्रोवाइडर्स का दौरा करती है टीम

ICAO टीम ने 137 प्रोटोकॉल प्रश्नों (PQs) को संबोधित करने में प्रगति की समीक्षा की और बयान में कहा गया, "101 प्रोटोकॉल प्रश्नों की स्थिति संतोषजनक रही और 1 प्रोटोकॉल प्रश्न को लागू नहीं किया गया. 35 प्रोटोकॉल प्रश्नों की स्थिति संतोषजनक नहीं रही, जिसके परिणामस्वरूप एक अपडेटेड ओवरऑल ईआई 85.65 प्रतिशत रहा.''

मिशन के दौरान, टीम ने इन सर्विस प्रोवाइडर्स, एयरलाइंस और संगठनों की गतिविधियों की निगरानी के लिए देश की क्षमता को मान्य करने के लिए इंडस्ट्री और सर्विस प्रोवाइडर्स का दौरा किया.

पीटीआई इनपुट्स के साथ