इस एयरपोर्ट के बोर्डिंग गेट पर सिर्फ 2 सेकंड में होगी पैसेंजर की चेकिंग, मैनुअल चेकिंग का बचेगा समय
Emirates : एमिरेट्स ने बीते जुलाई-अगस्त के दौरान इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ट्रायल के तौर पर दुबई एयरपोर्ट पर न्यू यॉर्क और लॉस एंडिल्स की फ्लाइट के लिए किया था. इसके बेहतरीन नतीजे सामने आए थे.
एयरपोर्ट में डिपार्चर गेट पर अब पैसेंजर्स का आईडेंटिफिकेशन चेक महज 2 सेकंड में ही हो जाएगा. दरअसल, दुबई एयरपोर्ट पर Emirates airline ने अमेरिका की फ्लाइट के लिए ऐसा बायोमीट्रिक सिस्टम लगाया है जो दो सेकंड से भी कम समय में पैसेंजर्स के आईडेंटिफिकेशन चेक का काम पूरा हो जाएगा. इससे एयरलाइन और पैसेंजर दोनों का समय बचेगा. Emirates अमेरिका के बाहर पहली एयरलाइन कंपनी है जिसने यूएस कस्टम्स बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) से बायोमीट्रिक बोर्डिंग की मंजूरी हासिल की है. आने वाले कुछ ही समय में दुबई एयरपोर्ट पर एमिरेट्स इसे इस्तेमाल में लाएगी.
प्री-रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं
सबसे अच्छी यह है कि पैसेंजर को इसके लिए कोई प्री-रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी. पैसेंजर चाहें तो इस टेक्नोलॉजी को नहीं भी चुन सकते हैं. खलीज टाइम्स की खबर के मुताबिक, एमिरेट्स एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस तकनीक के इस्तेमाल के दौरान हम किसी पैसेंजर के बायोमीट्रिक रिकॉर्ड को स्टोर नहीं करेंगे. सभी तरह के डेटा को सुरक्षित तौर पर CBP मैनेज करता है.
जुलाई-अगस्त में किया गया था ट्रायल
एमिरेट्स ने बीते जुलाई-अगस्त के दौरान इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ट्रायल के तौर पर दुबई एयरपोर्ट पर न्यू यॉर्क और लॉस एंडिल्स की फ्लाइट के लिए किया था. इसके बेहतरीन नतीजे सामने आए थे. कई फ्लाइट में तो 100 प्रतिशत बायोमीट्रिक बोर्डिंग और जीरो मेनुअल चेक का इस्तेमाल किया गया. एमिरेट्स ने कहा है कि इस तकनीक का इस्तेमाल साल के अंत तक अमेरिका जाने वाली सभी फ्लाइट्स में शुरू कर दिया जाएगा.
ऐसे करता है यह काम
बोर्डिंग गेट पर सिस्टम पैसेंजर की फोटो महज 2 सेकंड में खींचता है, जो फोटो रीयल टाइम में सीपीबी गैलरी से मैच कर जाता है और चेकिंग पूरी हो जाती है. हां, अगर कोई यात्री काफी दिनों से अमेरिका नहीं गया है और उसकी फोटो मैच नहीं करती है तो उसे गेट डेस्क से संपर्क करना होता है. एयरलाइन ने दोहराया है कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है. इससे समय की काफी बचत हो जाती है.