देश में घरेलू एयर ट्रैवल में इस साल भारी तेजी देखने को मिल सकती है. इसके अलावा एयरलाइन कंपनियों में चौथी तिमाही तक बेड़े में अधिक विमान के जुड़ने से किराये में भी कमी देखने को मिलेगी. जाहिर है किराया कम होने से घरेलू पैसेंजर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होगी. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के महानिदेशक ( अरुण कुमार ने यह भरोसा जताया है.

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उनका कहना है कि एयरलाइंस की तरफ से अक्टूबर से दिसंबर तक लगभग 40 या अधिक विमान उनके बेड़े में शामिल कर लेंगे. इस अतिरिक्त क्षमता से पैसेंजर्स ट्रैफिक को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है" उन्होंने कहा कि हिंडन और दूसरे जगहों से 'उड़ान योजना' के तहत भी पैसेंजर्स ट्रैफिक में तेजी आ रही है. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, कुमार का कहना है कि साल की चौथी तिमाही में पैसेंजर्स ट्रैफिक में 10-15 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिल सकता है. कुल मिलाकर, घरेलू पैसेंजर्स ट्रैफिक 7-9 प्रतिशत बढ़ सकता है".

खबर के मुताबिक, अगस्त में ट्रैफिक 3.87 प्रतिशत बढ़कर 1.17 करोड़ हो गया, जबकि, साल भर पहले इस महीने में 1.13 करोड़ था. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) की ट्रैफिक रिपोर्ट ने भारत की एयर पैसेंजर्स ट्रैफिक (Air passenger traffic) बढ़ोतरी में कमी के लिए इकोनॉमिक स्लोडाउन को जिम्मेदार ठहराया.

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विमान संख्या में बढ़ोतरी पर, कुमार ने कहा कि घरेलू एयरलाइंस महीने में 8-9 विमान को शामिल करेगी. दिसंबर तक देश में 640 या अधिक विमान हो सकते हैं. हाल ही में, इंडिगो, स्पाइस जेट और विस्तारा जैसी एयरलाइन कंपनियों ने अपना फ्लीट बढ़ाया और इंटरनेशनल फ्लाइट में भी तेजी से विस्तार किया.