विमानन नियामक डीजीसीए ने देश में उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) के विशेष ऑडिट का आदेश दिया है. ट्रेनिंग विमानों से जुड़ी हाल की दुर्घटनाओं के बीच यह आदेश दिया गया है. फ्लाइट ट्रेनिंग संगठनों (एफटीओ) का ऑडिट सितंबर से नवंबर, 2024 तक तीन चरणों में किया जाएगा. इसमें 33 एफटीओ शामिल होंगे.  इस ऑडिट का उद्देश्य सुरक्षा और अनुपालन के उच्चतम स्तर को सुनिश्चित करना है. FTO के अंदर सुरक्षा मानकों, परिचालन प्रक्रियाओं और प्रणालीगत कमियों का पूरी तरह से आकलन करना है.

ट्रेनिंग विमानों की घटनाओं को देखते हुए उठाया कदम

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नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा, ‘इस ऑडिट का उद्देश्य उड़ान प्रशिक्षण संगठनों के भीतर सुरक्षा मानकों, परिचालन प्रक्रियाओं और प्रणालीगत कमियों का आकलन करना है ताकि उच्चस्तर की सुरक्षा और नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके.’’ नियामक ने कहा कि यह कदम हाल ही में प्रशिक्षण विमान की घटनाओं को देखते हुए उठाया गया है. इससे स्थापित विमानन नियमों और सुरक्षा प्रोटोकॉल के संबंध में एफटीओ के अनुपालन के संबंध में चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं. 

2022 में किया गया था स्पेशल ऑडिट, सितंबर में आयोजित किया जाएगा पहला चरण  

आपको बता दें कि,ऐसा स्पेशल ऑडिट 2022 में किया गया था. प्रेस रिलीज में कहा गया है,‘ऑडिट के तहत विमान रखरखाव, उड़ान योग्यता और प्रशिक्षण संचालन सहित डीजीसीए के नियामकीय मानकों के अनुपालन की जांच की जाएगी.’ 11 एफटीओ को कवर करने वाला पहला चरण सितंबर 2024 में आयोजित किया जाएगा,  जिसमें 33 एफटीओ को शामिल किया जाएगा. 

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भारतीय नागर विमानन क्षेत्र की वृद्धि संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना ‘उड़ान’ के साथ हवाई यात्रा अब समावेशी हो गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने यहां नागर विमानन पर दूसरे एशिया-प्रशांत मंत्री-स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह क्षेत्र आर्थिक वृद्धि में प्रमुख भूमिका निभाता है और इसमें तमाम नौकरियां पैदा होती हैं.