DGCA on SpiceJet Pilot: डीजीसीए ने स्पाइसजेट के एक पायलट का लाइसेंस 6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. स्पाइसजेट का विमान 1 मई को टर्बुलेंस के कारण हादसे का शिकार हो गया था. टर्बुलेंस की वजह से मुंबई-दुर्गापुर जा रही फ्लाइट में सवार 14 यात्री घायल हो गए थे. हादसे की जांच कर रहे नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बड़ा एक्शन लिया है. डीजीसीए ने इससे पहले विमान के मेंटीनेंस से जुड़े कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की थी.

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पायलट ने सह-पायलट के इनपुट को किया नजरअंदाज

डीजीसीए ने अपनी जांच में पाया कि पायलट ने सह-पायलट के इनपुट को नजरअंदाज किया था. जिस वजह से ट्रबुलेंस के कारण यात्रियों को चोटें आयी थी. तब स्पाइसजेट ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए इस पर खेद व्यक्त किया था और घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की थी. इसके बाद डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश दे दिए थे.  जांच में पाया गया कि सह-पायलट ने पायलट से कहा था कि वह बादलों से आगे निकल जाए और उनके बीच से न उड़े, लेकिन उन्होंने सलाह को नजरअंदाज कर दिया. 

जांच में पायलट की गलती आयी सामने

स्पाइसजेट के एक बोइंग बी 737 ने मुंबई से दुर्गापुर पश्चिम बंगाल के लिए उड़ान भरी थी. विमान में 2 पायलट सहित कुल 195 लोग थे. लैंडिंग से पहले विमान तूफान की चपेट में आ गया था. जिससे पूरे विमान में यात्रियों के सामान यात्रियों के ऊपर गिरने लगे. हादसे में कई यात्रियों और 3 क्रू मेंबर को चोट आई थी. मामले में स्पाइसजेट ने खेद जताते हुए पूरी घटना की जानकारी दी थी. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मामले की पूरी जांच की गई और डीजीसीएन ने नोटिस देकर पूछा कि बिगड़ती स्थिति के बाद भी लैंडिंग क्यों की गई. इस मामले में मुख्य पायलट की गलती सामने आई है मुख्य पायलट ने मौसम को लेकर को-पायलट की चेतावनी को नजरअंदाज किया था और बिगड़ते हालातों में भी लैंडिंग की.