IndiGo-Go First के कर्मचारियों के सैलरी विवाद पर DGCA ने कहा- जल्द निकलेगा समाधान
IndiGo-Go First employees Protest: इंडिगो और गो फर्स्ट के कर्मचारियों के सैलरी विवाद के बीच एविएशन रेगुलेटर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह मामला जल्द सुलझ जाएगा.
IndiGo-Go First employees Protest: एयरलाइन कंपनी इंडिगो और गोफर्स्ट के कर्मचारियों को लेकर जारी सैलरी विवाद के बीच एविएशन रेगुलेटर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इंडिगो और गोफर्स्ट के विमान रखरखाव से जुड़े कर्मचारियों के बीच कम सैलरी को लेकर जारी विवाद जल्द सुलझ सकता है.
कंपनियों ने जारी किया बयान
इसे लेकर दोनों विमान कंपनियों ने भी अपने बयान साझा किया है. इंडिगो (IndiGo) ने कहा कि वह कर्मचारियों के वेतन से संबंधित कुछ मुद्दों को हल करने की प्रक्रिया में है और उड़ानों का संचालन सामान्य बना हुआ है. गो फर्स्ट (Go First) ने कहा कि पिछले दो से तीन दिन में काम पर नहीं आने वाले 'कुछ कर्मचारियों' को 'गुमराह' किया गया था और बातचीत के बाद उन्होंने बुधवार या बृहस्पतिवार से कार्यालय आने का भरोसा दिलाया है.
DGCA ने बुधवार को बयान में कहा, "हमारी स्थिति पर नजर है. अभी तक संचालन सामान्य है. उम्मीद है, इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा."
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क्या है मामला
सूत्रों के अनुसार इंडिगो (IndiGo) ने इस तरह से छुट्टी लेने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है. गो फर्स्ट के विमान रखरखाव करने वाले कई तकनीकी कर्मचारी कम वेतन के विरोध में पिछले तीन से चार दिन के दौरान स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए छुट्टी पर चले गए थे.
कर्मचारियों से हो रही है बात
इस बीच, इंडिगो (IndiGo) ने बयान में कहा, "एक जिम्मेदार नियोक्ता होने के रूप में हम किसी भी मुद्दे या शिकायतों को दूर करने के लिए अपने कर्मचारियों के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं."
इसके अलावा गोफर्स्ट (Go First) ने कहा कि केवल कुछ ही तकनीकी कर्मचारी दो या तीन दिन से अनुपस्थित थे और वह कर्मचारियों की चिंता को दूर करने के लिए लगातार उनके साथ बातचीत कर रही है. इससे पहले दो जुलाई को इंडिगो (IndiGo) की करीब 55 प्रतिशत घरेलू उड़ानें देरी से उड़ी थी. बड़ी संख्या में कंपनी के चालक दल के सदस्यों ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अवकाश लिया था.
गौरतलब है कि कई घरेलू विमानन कंपनियों ने कोविड-19 महामारी के अपने चरम पर होने के दौरान कर्मचारियों के एक बड़े वर्ग के वेतन में कटौती की थी.