दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) की ओर से सोमवार को जानकारी दी गई कि दिल्ली हवाईअड्डा देश का पहला ऐसा हवाईअड्डा बन चुका है जिसके पास पूरी तरह से समर्पित ट्रांसाशिपमेंट एक्सिलेंस सेंटर है.

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इस योजना के तहत विकसित किया गया ट्रांसाशिपमेंट एक्सिलेंस सेंटर

मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन की ओर से नेश्नल सिविल एविएशन पॉलिसी 2016 के तहत देश के सभी बड़े हवाईअड्डों पर एयर कार्गो ट्रांसशिपमेंट हब विकसित किए जाने की बात कही गई थी. इसके तहत दिल्ली हवाईअड्डे पर ट्रांसाशिपमेंट एक्सिलेंस सेंटर बनाया गया है.

कस्टम ने भी दी स्वीकृति

दिल्ली हवाईअड्डे पर विकसित किए गए ट्रांसाशिपमेंट एक्सिलेंस सेंटर को कस्टम ने भी क्लियरेंस दे दी है. कस्टम की ओर से यहां पर कार्गो को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए एक खास प्रोसीजर को पालन करने के निर्देश दिए गए हैं.

दुनिया भर से मिलेगा कारोबार

ट्रांसाशिपमेंट एक्सिलेंस सेंटर विकसित होने के बाद आने वाले समय में दिल्ली हवाईअड्डा अंरतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बडे ट्रांसशिपमेंट हब के तौर पर विकसित हो सकता है. आने वाले समय में कारगो को एक जगह से दूसरी जगह भेजने वाले या निर्यातक दिल्ली हवाई अड्डे के जरिए दुनिया में कहीं भी अपना कार्गो भेज सकेंगे. उदाहरण के तौर पर दिल्ली हवाइअड्डे के जरिए बांगलादेश के कारोबारी यूरोप के किसी भी देश व मिडिल इस्ट में अपना कार्गो भेज सकेंगे क्योंकि दिल्ली में कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों के विमान आते हैं.

यहां प्रक्रिया को काफी सरल बनाया गया

दिल्ली हवाईअड्डे पर विकसित किए गए ट्रांसाशिपमेंट एक्सिलेंस सेंटर पर कार्गो के ट्रांसशिपमेंट की प्रक्रिया को काफी सरल रखा गया है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करोबारियों को इस हब को प्रयोग करने के लिए आकर्षित किया जा सके.