Delhi Airport charges for Grounded Flights: एयरलाइंस के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर अपने विमानों को खड़ा करना अब पहले से महंगा हो सकता है. दरअसल, तकनीकी खामियों और अन्य दूसरे मुद्दों के कारण विमानों के ग्राउंडेड होने की घटनाएं बढ़ी हैं. जिसे देखते हुए दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने एयरलाइंस से इन ग्राउंडेड विमानों के लिए अधिक शुल्क वसूलने की योजना बनाई है. दरअसल, ऑपरेशन से बाहर हुए ये विमान एयरपोर्ट पर पार्किंग स्पेस को भरे रहते हैं और इससे दिल्ली एयरपोर्ट को अपने ऑपरेशन में दिक्कत आती है. 

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DIAL के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, "हम ऐसी प्लानिंग कर रहे हैं कि अगले ट्रैफिक कैलकुलेशन में, जो विमान एक तय समय सीमा से अधिक समय से एयरपोर्ट पर खड़े हैं, उनसे कुछ अतिरिक्त शुल्क लिया जाना चाहिए. ये विमान दूसरे एयरलाइंस के ऑपरेशन में समस्या पैदा करते हैं."

दिल्ली एयरपोर्ट अपनी अगली ट्रैफिक कैलकुलेशन अगले साल की शुरुआत में करने वाली है. 

किस एयरलाइन के कितने विमान ग्राउंडेड

दिल्ली एयरपोर्ट के एक प्रवक्ता ने बताया कि 17 नवंबर तक IndiGo, SpiceJet और एयर इंडिया सहित विभिन्न एयरलाइंस के 64 विमान एयरपोर्ट पर खड़े थे. प्रवक्ता ने बताया कि IndiGo के कुल 24 विमान, स्पाइसजेट के 6, Air India के 2 और एलायंस एयर के 1 विमान ग्राउंडेड थे. इसके अलावा गो फर्स्ट के 23, जूम एयर के 5 और जेट एयरवेज के 3 विमान जमीन पर खड़े हैं.

क्यों ग्राउंडेड हुए विमान?

दिल्ली एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि विमान को एयरपोर्ट पर खड़ा करने के कई सारे कारण होते हैं. कुछ विमान तकनीकी समस्याओं के कारण ग्राउंडेड होती है, तो कुछ विमान एयरलाइंस के दिवाला कार्यवाही में जाने के कारण एयरपोर्ट पर खड़े हैं. 

इस साल के अंत तक 200 विमान हो जाएंगे ग्राउंडेड

DIAL द्वारा संचालित किए जा रहे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) में विमानों के लिए 295 पार्किंग स्टैंड हैं. एविएशन कंसल्टेंसी CAPA इंडिया ने एक हालिया रिपोर्ट में कहा कि देश में इंडिगो, एयर इंडिया, गो फर्स्ट और स्पाइसजेट के 161-166 विमान ग्राउंडेड हैं, जो कि इस वित्त वर्ष के अंत तक 200 तक पहुंच सकती है. 

जयपुरियार ने कहा, "हमारे पास विमानों को खड़ा करने के लिए सबसे बड़ी पार्किंग स्पेस है. दुर्भाग्य से उनमें से अधिकांश का उपयोग जमीन पर खड़े विमानों द्वारा किया जा रहा है. एक बार जब ये विमान बाहर हो जाएंगे. तो हमारी तुलना दुनिया के किसी भी सबसे बड़े एयरपोर्ट से की जा सकती है."

दिल्ली एयरपोर्ट से हर दिन 1500 उड़ान

भारतीय एयरलाइन कंपनियों के पास वर्तमान में लगभग 1500 विमानों का ऑर्डर है. अभी, दिल्ली एयरपोर्ट, जो कि देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी है, के पास तीन टर्मिनल (T1, T2,T3) है. ट्रैफिक रुझानों के आधार पर ऑपरेटर T4 का निर्णय लेगा. फिलहाल टी3 पर केवल इंटरनेशल फ्लाइट्स का ऑपरेशन किया जाता है. एयरपोर्ट हर दिन लगभग 1300 से 1500 उड़ानों को आवाजाही संभालता है.