एयरलाइंस कर्मचारियों की जेब पर कोरोना वायरस का अटैक, सैलरी में हो सकती है बड़ी कटौती
कोरोना वायरस के कहर का सबसे ज्यादा असर विमानन सेक्टर (Aviation Sector) पर देखने को मिल रहा है.
कोरोना वायरस (CoronaVirus) का संक्रमण लोगों की सेहत के साथ-साथ जेब पर भी देखने को मिल रहा है. कई कंपनियों ने अपनी कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है. सबसे ज्यादा असर विमानन सेक्टर (Aviation Sector) पर देखने को मिल रहा है.
संकट से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एअर इंडिया (Air India) कोरोना वायरस महामारी के चलते अपने कर्मचारियों के वेतन (Employees Salary) में पांच प्रतिशत तक की कटौती कर सकती है. कंपनी अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पहले ही रद्द कर चुकी है. वेतन में कटौती सभी श्रेणी के कर्मचारियों की होगी.
सरकार घाटे में डूबी एअर इंडिया के निजीकरण की प्रक्रिया में है. कंपनी ने कार्यकारी पायलटों और अन्य के मनोरंजन भत्ते को खत्म करने के अलावा चालक दल के सदस्यों को उड़ान भरने के लिए अलग से मिलने वाले भत्ते को पहले ही कम किया है.
कोरोना वायरस संकट के वजह से कंपनी भारी वित्तीय दबाव महसूस कर रही है. क्योंकि कंपनी की अमेरिका, कनाडा और अन्य कुछ विदेशी बाजारों की सारी उड़ानें रद्द हो चुकी हैं. इसलिए वह कर्मचारियों के वेतन में पांच प्रतिशत तक की कटौती करने पर विचार कर रही है. कंपनी ने 100 से ज्यादा पायलटों के उड़ान भरने पर रोक लगाने का निर्णय किया है.
इंडिगो करेगी 25% तक की कटौती
देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) समेत अन्य वरिष्ठ कर्मियों के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती करेगी.
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कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कहा गया है कि आय में बड़ी गिरावट के चलते वर्तमान में विमानन उद्योग के वजूद पर ही आन पड़ी है. ऐसे में हमें हमारी नकदी की स्थिति को ध्यान में रखकर चलना होगा ताकि हमें नकदी संकट का सामना ना करना पड़े.