फ्लाइट में बम की अफवाह फैलाने वालों पर सरकार सख्त, धमकी के कॉल पर BTAC करेगी तुरंत कार्रवाई, जानिए एक्शन प्लान
Airline Bomb Threat Hoax Call: एयरलाइन्स को बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के.राम मोहन नायडू ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की है.
देशभर में लगातार भारतीय एयरलाइंस को बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के.राम मोहन नायडू ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की है. केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम, डीजीसीए के महानिदेशक विक्रम देव दत्त, बीसीएएस के महानिदेशक जुल्फिकार हसन, एएआई के अध्यक्ष एम. सुरेश और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की है. आपको बता दें कि वर्तमान में फर्जी बम धमकी की घटनाओं के खिलाफ पुलिस द्वारा आपराधिक कानूनों के तहत कार्रवाई की जाती है.
धमकी वाली कॉल को नहीं करना है इग्नोर
मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी एयरलाइंस को साफ शब्दों में कहा गया है किसी भी बम की धमकी वाले कॉल को इग्नोर नहीं करना है. यात्रियों की सुरक्षा सबसे पहले हैं. विभिन्न उड़ानों में बम होने की झूठी कॉल पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने ANI से कहा, "इस पर कार्रवाई की जा रही है. हम किसी भी तरह की साजिश पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं, लेकिन हमें जो थोड़ी बहुत जानकारी है, उसके अनुसार ये कॉल कुछ नाबालिगों और शरारती लोगों की ओर से आ रही हैं.'
हवाई अड्डो में तैनात की जाएगी असेस्मेंट टीम, लेगी त्वरित एक्शन
सभी हवाई अड्डों पर बम थ्रेट असेसमेंट टीम (BTAC) की तैनाती होगी. नई व्यवस्था के तहत बम थ्रेट कॉल पर BTAC करेगी त्वरित एक्शन लेगी. विदेशों से आने वाली बम थ्रेट कॉल की भी जांच शुरू हो गई है. 90 फीसदी कॉल विदेशों से आई है. देश के किसी हिस्से से आने वाली थ्रेट कॉल सिर्फ 10% है. विदेशी थ्रेट कॉल की छानबीन के लिए MHA साइबर विंग( I4C), CERT-IN सहित लोकल पुलिस कर रही है. विदेशों से आने वाली कॉल और मेल का VPN और IP एड्रेस की जांच जारी है.
X पर थे ज्यादातर खाते, डार्क वेब पर भी रखी जा रही निगरानी
‘पीटीआई-भाषा’ को सूत्रों ने बताया कि साइबर, विमानन सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने "विश्लेषण" किया, जिसके बाद इन खातों को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए क्योंकि इनसे अफवाहें फैलायी जा रही थीं. लगभग सात-आठ सोशल मीडिया हैंडल को सोमवार से निलंबित या ब्लॉक कर दिया गया है, जिनमें से अधिकांश खाते ‘X’ पर थे. एजेंसियों ने बम की अफवाह से जुड़े प्रत्येक मामले में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा सोशल मीडिया और ‘डार्क वेब’ पर साइबर निगरानी बढ़ा दी है.