सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया के यात्रियों को शनिवार को तब भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा जब एयरलाइन का सर्वर SITA  डाउन हो गया. सैकड़ों एयर इंडिया के यात्री दुनिया भर के कई हवाई अड्डों पर फंसे रह गए क्योंकि इसके चेक-इन सॉफ्टवेयर ने लगभग छह घंटे तक काम करना बंद कर दिया. स्थिति ऐसी हो गई कि एयर इंडिया को हाथ से लिखकर बोर्डिंग पास जारी करने पड़े. कई यात्रियों ने हाथ से लिखे बोर्डिंग पास की तस्वीरें टि्वटर पर पोस्ट की हैं. एयरलाइन के सूत्रों के अनुसार, अटलांटा स्थित सॉफ्टवेयर कंपनी SITA का सर्वर शनिवार सुबह 3 बजे से 9 बजे तक काम नहीं कर रहा था. नतीजतन, दुनिया भर के प्रमुख हवाई अड्डों पर बोर्डिंग पास जारी नहीं किए जा सके और विभिन्न उड़ानों में देरी हुई.

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एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अश्वनी लोहानी ने कहा, "प्रणाली को बहाल कर दिया गया है. इसने कामकाज शुरू कर दिया है. यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए हमें खेद है." उन्होंने कहा, "हम दिन के लिए सभी उड़ानों को नियमित करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन आज उड़ानों में कुछ देरी होगी. मैं लगभग दो घंटे की देरी की उम्मीद कर रहा हूं. सुबह होने के कारण पूरी व्यवस्था गड़बड़ा गई."

लोहानी ने कहा कि एयर इंडिया एक यात्री सेवा प्रणाली का उपयोग करती है, जो एसआईटीए कंपनी के चेक-इन, सामान और आरक्षण की देखभाल करती है. उन्होंने कहा कि आज सुबह कंपनी ने सॉफ्टवेयर को देखभाल के लिए लिया था. इसके बाद कुछ तकनीकी गड़बड़ियां हुईं. दिल्ली जैसे बड़े हवाई अड्डों पर कुछ बड़ी समस्याएं थीं," उन्होंने कहा, कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की क्योंकि एयरलाइन उन्हें शनिवार सुबह बोर्डिंग पास जारी नहीं कर सका.

डॉ. सोनल सक्सेना ने सुबह 7.20 बजे ट्वीट किया, " बिल्कुल अराजकता जैसी स्थिति, एयर इंडिया सिस्टम दिल्ली में सुबह 3 बजे से काम नहीं कर रहा है. सभी उड़ानें ग्राउंडेड और लेट हो गईं. कोई चेकइन और बोर्डिंग नहीं." एयरलाइन के प्रवक्ता ने सुबह लगभग 8 बजे कहा था कि SITA सर्वर डाउन है. जिसके कारण उड़ान संचालन प्रभावित है. हमारी तकनीकी टीमें काम पर हैं और जल्द ही सिस्टम ठीक हो सकता है." इसी तरह की घटना पिछले साल 23 जून को हुई थी जब एयरलाइन के चेक-इन सॉफ्टवेयर में एक तकनीकी गड़बड़ ने पूरे भारत में अपनी 25 उड़ानों में देरी कर दी थी.