टाटा ग्रुप (Tata Group) की एयर इंडिया अपने हवाई जहाजों के बेड़े को तीन गुना करने के लिए विमान बनाने वाली कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है. एयर इंडिया के एक सीनियर अधिकारी विनोद हजमादी (Vinod Hejmadi) ने शुक्रवार को ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया (Air India) फिलहाल ‘टैक्सिंग फेज’ में है और खुद को मजबूत बनाने और ग्रोथ मोड में एंट्री करने में अभी उसे दो साल लगेंगे. बताते चलें कि टाटा ग्रुप ने इस साल जनवरी में सरकार से एयर इंडिया का कंट्रोल अपने हाथों में लिया था. एयर इंडिया का कंट्रोल लेने के बाद टाटा ग्रुप ने घाटे में चलने वाली इस एयरलाइन का कायाकल्प करने के लिए एक बड़ा प्लान पेश किया था. इसमें इंडस्ट्री लीडरशिप, शक्तिशाली ऑपरेशन्स, वाणिज्यिक क्षमता, इंडस्ट्री की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को जोड़ना और ग्राहकों को शानदार अनुभव देने पर जोर दिया गया है.

टाटा ग्रुप द्वारा एयर इंडिया के टेक ओवर के बाद ग्रोथ की तरफ देख रही एयरलाइन

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विनोद हजमादी ने यहां आयोजित ‘विमानन बीमा संगोष्ठी 2022’ को संबोधित करते हुए कहा कि पहले एयर इंडिया के लिए खुद को बचाए रखने का मुद्दा हावी था लेकिन टाटा ग्रुप के टेक ओवर के बाद अब ये ग्रोथ की ओर देख रही है. उन्होंने कहा, ‘अभी हमारा ध्यान ‘टैक्सिंग फेज’ पर है जो बुनियादी चीजों को दुरुस्त करने और गलतियों की पहचान करने पर है. उसके 6 महीने बाद हमें उड़ान भरने के बारे में सोचना होगा. उड़ान भरने, खुद को मजबूत बनाने और ग्रोथ के रास्ते पर बढ़ने का हमारा सफर करीब दो साल का होगा.’’

अगले 15 महीनों में 5 बड़े और 25 छोटे विमान बेड़े में होंगे शामिल  

बताते चलें कि एयरपोर्ट पर खड़े विमानों को एक जगह से दूसरी जगह पर आने-जाने की प्रक्रिया को ‘टैक्सिंग’ कहा जाता है. हालांकि, उड़ान भरने से पहले विमानों के रनवे पर दौड़ने की प्रक्रिया इसमें शामिल नहीं होती है. उन्होंने कहा कि इन सभी टारगेट को अचीव करने के लिए एयर इंडिया टेक्नोलॉजी, डिजिटाइजेशन और मैनपावर बढ़ाने पर मोटा निवेश कर रही है. इस कड़ी में एयर इंडिया अगले 15 महीनों में बोइंग (Boeing) के चौड़े साइज वाले 5 विमान और एयरबस (Airbus) के छोटे साइज वाले 25 विमान अपने बेड़े में शामिल करने वाली है.

एयर इंडिया के पास मौजूद हैं 70 छोटे और 43 बड़े विमान

एयर इंडिया के पास अभी छोटे साइज वाले 70 विमान मौजूद हैं. उनमें से 54 विमान यात्रियों की सेवाओं में लगे हुए हैं जबकि बाकी के बचे 16 विमान अगले साल की शुरुआत तक धीरे-धीरे सेवा में लाए जाएंगे. वहीं बड़े साइज वाले कुल 43 विमानों में से 33 विमान अभी सेवाओं में हैं. विनोद हजमादी ने इंडियन एविएशन सेक्टर में दो या दो से ज्यादा एविएशन कंपनियों के एक्टिव होने का समर्थन करते हुए कहा कि इससे हर कंपनी सजग बनी रहेगी और ग्राहकों को इसका फायदा मिलेगा. बताते चलें कि टाटा ग्रुप के पास एयर इंडिया के अलावा विस्तारा (Vistara) और एयरएशिया इंडिया (AirAsia India) के रूप में दो और एयरलाइंस भी हैं.

पीटीआई इनपुट्स के साथ