कर्ज में डूबी राष्ट्रीय विमानन कंपनी एअर इंडिया को उबारने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. सोमवार को 14 परिसंपत्तियों को बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की गईं. इसके जरिए 250 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है. इसके अलावा सरकार चार तत्वों को ध्यान में रखकर पैकेज तैयार कर रही है, जिसमें वित्तीय मदद भी शामिल है और इसे जल्द ही मंजूरी के लिए भेजा जाएगा.

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केंद्रीय विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि एयर इंडिया मजबूत, व्यावसायिक और प्रतिस्पर्धी एयरलाइन बनने के रास्ते पर है. सरकार एयर इंडिया के रिवाइबल पैकेज पर काम कर रही हैं, जिसके चार तत्व होंगें. उन्होंने कहा कि इस पैकेज में एयरलाइन की मदद के लिए वित्तीय समर्थन और इसे एक पेशेवर प्रबंधित कंपनी के रूप में चलाने के लिए सुधारों की श्रृंखला चलाई जाएगी, ताकि यह सफल और प्रतिस्पर्धी बने और तथा कार्यबल की स्थितियों में सुधार के लिए भी कदम उठाए जाएंगे. रिवाइवल पैकेज अंतिम चरण में है.

उधर, जिन संपत्तियों को बेचने के लिए सरकार ने टैंडर जारी किए हैं उनमें आवासीय भूमि एवं आवासीय फ्लैट शामिल हैं. मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे और अमृतसर में संपत्तियों की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं. एक नवंबर तक बोली भरी जा सकती है.

मई में कंपनी को चुनिंदा निवेशक के हाथ बेचने की कोशिश की गई थी लेकिन कोई खरीदार सामने नहीं आया. इसके बाद सरकार इसे फिर से मजबूत बनाने की कोशिशों कर रही है.. इस क्रम में कंपनी की कम महत्व की परिसंपत्तियों को बेचा जा रहा है.