सरकार एयर इंडिया की हालत सुधारने के लिये इसमें दुनिया भर से खोजे गए प्रोफेशनल्‍स की तैनाती की योजना बना रही है. इसके लिए वैश्विक स्तर पर खोज की प्रक्रिया चलाई जाएगी. सिविल एविएशन मिनिस्‍टर सुरेश प्रभु ने यह जानकारी दी. इस साल मई में एयर इंडिया की रणनीतिक हिस्सेदारी बिक्री की योजना नाकाम हो जाने के बाद सरकार ने अब विभिन्न पहलों पर काम शुरू किया है. सरकार अब एयर इंडिया प्रबंधन को पेशेवर रूप से दक्ष बनाने के प्रस्ताव पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है. professional

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प्रभु ने कहा कि मैंने पहले ही एयर इंडिया के लिए प्रोफेशनल्‍स की तलाश करने के लिए वैश्विक स्तर पर खोज करने का आदेश दे दिया है. एयर इंडिया में विभिन्न शीर्ष पदों को वैश्विक स्तर पर की गई प्रोफेशनल्‍स की खोज द्वारा भरा जाना चाहिए. सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है. इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि सरकार की एक खोज समिति बनाने की योजना है, जो कि दुनिया भर से विमानन क्षेत्र के दिग्गज पेशेवरों को एयर इंडिया से जोड़ने का काम करेगी.

वर्तमान में एयर इंडिया के निदेशक मंडल में नागर विमानन मंत्रालय के दो अधिकारियों समेत 9 सदस्य हैं. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला एयर इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं जबकि आईटीसी के चेयरमैन वाई सी देवेश्वर और आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला स्वतंत्र निदेशक हैं.

प्रभु ने कहा कि एयर इंडिया के पुनरुद्धार में कर्ज सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. नागर विमानन मंत्रालय इस समस्या के समाधान के लिये वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर कर रहा है. घाटे में चल रही राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया पर 55,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज होने का अनुमान है. एयर इंडिया अपने 29000 करोड़ रुपये का ऋण विशेष इकाई (एसपीवी) को स्थानांतरित करेगी. नागर विमानन मंत्री ने 27 दिसंबर को लोकसभा में बताया था कि सरकार ने एयर इंडिया के पुनरुद्धार की योजना तैयार की है.