Air India Flight, Metal Blade in food: एयर इंडिया की फ्लाइट में एक यात्री के खाने में मेटल का टुकड़ा मिलने की घटना सामने आई है. यह घटना तब उजागर हुई जब एक पैसेंजर ने अपने खाने में मेटल का ब्लेड पाया. इस घटना से यात्रीगण में हड़कंप मच गया और सुरक्षा के मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए. एयर इंडिया के चीफ कस्टमर एक्सपीरियंस ऑफिसर, राजेश डोगरा ने इस मामले की पुष्टि की है. साथ उन्होंने बताया कि खाने में ब्लेड कहां से आया है. 

एयर इंडिया की सफाई,  मशीन से आया था ब्लेड का टुकड़ा  

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राजेश डोगरा ने कहा,"हमारी एक उड़ान में एक यात्री के भोजन में एक मेटल जैसी वस्तु पाई गई थी. जांच के बाद, यह स्पष्ट हुआ कि यह टुकड़ा हमारे केटरिंग पार्टनर की सुविधाओं में उपयोग होने वाली सब्जी प्रसंस्करण मशीन से आया था." राजेश डोगरा ने बताया कि एयर इंडिया ने इस घटना के बाद अपने केटरिंग पार्टनर के साथ मिलकर ऐसे कदम उठाए हैं जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके, जिसमें  सब्जी प्रसंस्करण मशीन की अधिक बार जांच करना शामिल है. खासकर किसी कठोर सब्जी को काटने के बाद."  ताज STS के प्रवक्ता ने कहा,'हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए माफी चाहते हैं. हम खाद्य सुरक्षा के उच्चतम मानकों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और हमने अपनी सभी प्रोडक्शन इक्विपमेंट का पूरा इंसपेक्शन किया है और रखरखाव की प्रक्रियाओं को और सख्त बना दिया है.'

यात्री का आरोप, एयर इंडिया के विमान में दिया बिना पका खाना 

 एअर इंडिया की नयी दिल्ली- न्यूयॉर्क उड़ान की ‘बिजनेस’ श्रेणी के एक यात्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट में लिखा कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एअरलाइन एतिहाद में सस्ती दर पर यात्रा के लिए टिकट उपलब्ध होने के बावजूद उन्होंने एअर इंडिया को चुना क्योंकि यह अमेरिका के लिए बीच में कहीं रुके बिना, सीधी उड़ान सेवा संचालित करती है. उन्होंने कहा, "कल की उड़ान किसी बुरे सपने से कम नहीं थी. बिजनेस श्रेणी में (टिकट) बुक किया था. लेकिन सीट साफ नहीं थी. खराब हालत में थी. 

यात्री का आरोप 35 में से पांच सीट नहीं थी बैठने लायक 

यात्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'फ्लाइट में 35 में से कम से कम 5 सीट बैठने के लायक नहीं थीं." इस मामले में एअर इंडिया की प्रतिक्रिया अभी तक नहीं मिल पाई है. यात्री ने विमान के उड़ान भरने में 25 मिनट के विलंब का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘विमान के उड़ान भरने के करीब 30 मिनट बाद मैं तड़के तीन बजकर करीब 30 मिनट पर सोना चाह रहा था तो मुझे अहसास हुआ कि मेरी सीट को पूरी तरह खोलकर सोने के लिए बिस्तर का रूप नहीं दिया जा सकता क्योंकि सीट में यह प्रणाली काम ही नहीं कर रही थी.’ 

यात्री के अनुसार, उन्होंने चालक दल से सीट बदलने का आग्रह किया और उन्हें दूसरी सीट मिल गई. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कुछ घंटे बाद मैं जाग गया. जो भोजन परोसा गया था वह पका हुआ नहीं था (एअर इंडिया में ऐसा कभी नहीं हुआ), फल खराब थे (विमान में सवार हर यात्री ने वापस कर दिए). टीवी स्क्रीन काम नहीं कर रही थी. ऐसा नहीं है कि मैंने इसे देखा हो, केवल कोशिश की और इस पर त्रुटि वाला ‘नॉट फाउंड’ संदेश दिखा. इन सब के बाद रही-सही कसर तब पूरी हो गई जब उन्होंने मेरा सामान तोड़ दिया.’