Air India ने की दुनिया की सबसे बड़ी एविएशन डील, 5 प्वाइंट्स में समझें 5.5 लाख करोड़ के करार की पूरी कहानी
Air India ने 470 नए विमानों का ऑर्डर दिया है. इसमें 400 विमान नैरो बॉडी होंगे, जिनका इस्तेमाल डोमेस्टिक एयर ट्रैवलर्स के लिए किया जाएगा. एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में हवाई किराए में बहुत कमी आएगी और एयर ट्रैवलर्स का अनुभव वर्ल्ड क्लास का होगा.
Tata Group ने जब से एयर इंडिया की कमान संभाली है, इसके दिन बदल गए हैं. टाटा की योजना एयर इंडिया (Air India) को दुनिया की सबसे शानदार एयरलाइन बनाने की है. इस दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए एयरलाइन ने दुनिया सबसे बड़ी एविएशन डील (Air India biggest deal in history) की है. इस डील के तहत महाराजा 470 नए एयरक्राफ्ट की खरीद करेगा. यह खरीदारी Boeing और Airbus के साथ की जाएगी. एयरबस से 250 विमान और बोइंग से 220 खरीदी जाएगी, जिसकी वैल्यु करीब 70 बिलियन डॉलर यानी 5.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है. इससे पहले एविएशन सेक्टर की सबसे बड़ी साल 2011 में American Airlines की तरफ से 460 विमानों की हुई थी.
2005 के बाद पहली बार Air India ने नया विमान खरीदा
अब सवाल उठता है कि Air India की इतनी बड़ी डील का एयरलाइन को किस तरह फायदा होगा, साथ ही देश के एविएशन सेक्टर में किस तरह बदलाव आएगा. इस बात को जानने से पहले बता दें कि साल 2005 के बाद यह पहला मौका है, जब एयर इंडिया ने नए एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दिया है. माना जा रहा है कि साल 2023 के अंत तक एयर इंडिया के फ्लीट में 31 विमान शामिल हो जाएंगे. वर्तमान में एयर इंडिया के पास कुल 220 एयरक्राफ्ट हैं. इसमें 172 नैरो बॉडी विमान हैं, 48 वाइड बॉडी विमान हैं. IndiGo Airline के पास इस समय देश में सबसे ज्यादा विमान हैं. उसका फ्लीट 300 एयरक्राफ्ट का है.
Air India का मार्केट शेयर इस फिस्कल 50% तक बढ़ सकता है
रिपोर्ट्स का मानना है कि अगर वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक एयर इंडिया के बेड़े में 50 नए एयरक्राफ्ट शामिल हो जाती है तो उसकी क्षमता 50 फीसदी बढ़ जाएगी. वर्तमान में इंडिगो एयरलाइन डोमेस्टिक एयर सर्विस में मार्केट लीडर है. इंडिगो के सभी विमान डोमेस्टिक हैं. उसका मार्केट शेयर 54.9 फीसदी है, जबकि एयर इंडिया ग्रुप का मार्केट शेयर 26 फीसदी के करीब है.
2014 से भारत में एविएशन सेक्टर का ग्रोथ कैसा रहा?
भारत में एविएशन सेक्टर का ग्रोथ बहुत तेजी से हो रहा है. पीएम मोदी साल 2014 में जब सत्ता में आए थे तब देश में कुल 70 एयरपोर्ट ऑपरेशनल थे. 2022 में यह संख्या बढ़कर 137 पर पहुंच गई है. 2030 में इसे बढ़कर 220 तक पहुंचने का अनुमान है. इससे कहीं तेज रफ्तार से हवाई यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है. साल 2014 में देश में कुल हवाई यात्रियों की संख्या 6.73 करोड़ थी. 2020 में सालाना यात्रियों की संख्या बढ़कर 12.23 करोड़ पर पहुंच गई. 2030 तक सालाना 85 करोड़ हवाई यात्री का आंकड़ा पहुंचने का अनुमान है.
डोमेस्टिक एयर सर्विस में आएगी क्रांति
Air India के 470 एयरक्राफ्ट ऑर्डर डीटेल पर गौर करें तो कुल 400 नैरो बॉडी विमान खरीदे जाएंगे. 70 वाइड बॉडी विमान खरीदे जाएंगे. इससे साफ है कि डोमेस्टिक एविएशन सेक्टर में नई क्रांति आएगी और इंडिगो की बादशाहत में कमी आएगी. आने वाले दिनों में एविएशन से टूरिज्म सेक्टर को बड़ा बूस्ट मिलने की उम्मीद है.
हवाई यात्रियों को सस्ते किराए का मिलेगा फायदा
कस्टमर्स यानी एयर ट्रैवलर्स के फायदे की बात करें तो एक्सपर्ट्स का मानना है कि कंपिटिशन बढ़ने के कारण किराए में कमी आएगी और हवाई यात्रियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा. वर्तमान में ATF का रेट हाई है, डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर है, जिसके कारण हवाई किराया ऊपरी स्तरों पर है. आने वाले समय में इसमें गिरावट आएगी. इसके अलावा नए-नए डेस्टिनेशन के लिए भी हवाई सेवा शुरू होगी. जहां पहले से हवाई सेवा उपलब्ध हैं, वहां सर्विस क्वॉलिटी में सुधार होगा.
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