ऑटो सेल्‍स के मामले में इस बार का दशक में सबसे खराब फेस्टिव सीजन रहा. अक्‍टूबर में गाड़ियों की कुल बिक्री में सालाना आधार पर 5.33 फीसदी की गिरावट के 13,64,526 यूनिट रही. अक्‍टूबर 2020 में यह आंकड़ा 14,41,299 था. वहीं, अगर अक्‍टूबर 2019 से तुलना करें तो गाड़ियों की कुल बिक्री में 26.64 फीसदी तगड़ी गिरावट आई है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) ने गुरुवार को गाड़ियों की रिटेल बिक्री के आंकड़े जारी किए. फाडा का कहना है कि मार्केट में डिमांड है, लेकिन सप्‍लाई नहीं हो पा रही है. ऑटो मैन्‍युफैक्‍चरर अगर सप्‍लाई तेज कर दें, तो यह रिटेल सेल्‍स के लिहाज से अभी भी एक बेहतर साल हो सकता है.  

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अक्‍टूबर 2021 और फेस्टिव सीजन की रिटेल सेल्‍स पर फाडा के प्रेसिडेंट विनकेश गुलाटी का कहना है कि पिछले दशक का सबसे खराब फेस्टिव सीजन रहा है. सेमी कंडक्‍टर की शॉर्टेज ने ऐसे समय में तगड़ा झटका दिया, जब हेल्‍दी डिमांड लौट रही थी. हम कस्‍टमर्स की जरूरतों को पूरा नहीं कर सके क्योंकि SUV, Compact-SUV और लक्जरी कैटेगरी में गाड़ियों की भारी कमी देखी गई. 

2W की सेल्‍स ने नहीं पकड़ी रफ्तार

फाडा के आंकड़ों के मुताबिक, टू-व्‍हीलर कैटेगरी में सेल्‍स भी निराश करने वाली ही. एंट्री लेवल कैटेगरी में सबसे ज्‍यादा झटका लगा. गाड़ियों की कीमतों में इजारा, 100 रु के पार पेट्रोल के भाव और इमरजेंसी हेल्‍थ जरूरतों के लिए कंज्‍यूमर का खर्च बढ़ने से डिमांड कम रही. अक्‍टूबर में टू-व्‍हीलर्स की बिक्री सालाना आधार पर 6.07 फीसदी गिरकर 9,96,024 पर आ गई. अक्‍टूबर 2020 में यह 10,60,337 थी. वहीं, अगर अक्‍टूबर 2019 के मुकाबले टू-व्‍हीलर सेल्‍स देखें तो इसमें 30.04 फीसदी की गिरावट आई. 

3W, CV की सेल्‍स में इजाफा

फाडा के मुताबिक, थ्री-व्‍हीलर्स (3W) और कॉमर्शियल व्‍हीकल्‍स (CV) की सेल्‍स हालांकि अक्‍टूबर 2021 में बढ़ी है. सालाना आधार पर 3W की सेल्‍स अक्‍टूबर में 73.93 फीसदी बढ़कर 39,077 हो गई, जो अक्‍टूबर 2020 में 22,467 रही. हालांकि, अक्‍टूबर 2019 के मुकाबले 3W सेल्‍स में 38.01 फीसदी की गिरावट आई. CV की बात करें, तो इस साल अक्‍टूबर में यह 26.45 फीसदी बढ़कर 56,732 हो गई, जोकि अक्‍टूबर 2020 में 44,865 थी. हालांकि, अक्‍टूबर 2019 के मुकाबले कॉमर्शियल व्‍हीकल्‍स की सेल्‍स 11.20 फीसदी की गिरावट आई. दरअसल, अक्‍टूबर 2019 एक रेग्‍युलर प्री-कोविड महीना रहा, क्‍योंकि पिछले साल कोविड के चलते पूरी इंडस्‍ट्री दबाव में थी. 

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मार्केट में अच्‍छी डिमांड

फाडा का कहना है कि फेस्टिव सीजन में ऑटो सेल्‍स भले ही कमजोर रही. लेकिन, पैसेंजर व्‍हीकल सेगमेंट में भारी बैकलॉग है. अगर ऑटोमोबाइल मैन्‍युफैक्‍चरर डिमांड के मुताबिक सप्‍लाई करना शुरू कर दें तो रिटेल के लिहाज से यह अभी भी एक अच्‍छा साल साबित हो सकता है. फाडा ने ऑटो मैन्‍युफैक्‍चरर से इन्‍वेंटरी कम करने की अपील की. डीलर्स का कहना है कि एंट्री लेवल पर डिमांड को बूस्‍ट देने के लिए कंपनियों को आकर्षक स्‍कीम लानी चाहिए.