Tata Group ने इस कंपनी के साथ मिलकर बनाया खास प्लान, EV चार्जर की किल्लत होगी खत्म!
Tata Passenger Electric Mobility: टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (TPEM) ने चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करने के लिए शेल इंडिया मार्केट्स के साथ करार किया है.
Tata Passenger Electric Mobility: देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. इसी वजह से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की सेल्स भी ज्यादा हो रही है और लोग इलेक्ट्रिक फॉर-व्हीलर भी दांव लगा रहे हैं. इसके चलते कई कार कंपनियां भी नए-नए इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स लेकर आ रहे हैं. अब इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीद लिया लेकिन उसको चार्ज करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत जरूरी है. टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (TPEM) ने चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करने के लिए शेल इंडिया मार्केट्स के साथ करार किया है.
1.4 लाख ईवी से प्राप्त आंकड़ों का मिलेगा फायदा
टाटा मोटर्स की इकाई टीईपीएम ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि इस गठजोड़ के तहत शेल के व्यापक ईंधन स्टेशन नेटवर्क और भारतीय सड़कों पर टाटा की 1.4 लाख से ईवी से प्राप्त आंकड़ों का लाभ उठाया जाएगा. इससे यह तय किया जाएगा कि किन स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन लगाने की जरूरत है.
ईवी को मुख्यधारा में अपनाना जरूरी
टीपीईएम के मुख्य रणनीति अधिकारी बालाजे राजन ने कहा कि इस साझेदारी के माध्यम से हमारा लक्ष्य मौजूदा चार्जिंग ढांचे को विकसित करना है. यह देश में ईवी को मुख्यधारा में अपनाने के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर जब ग्राहक आधार का विस्तार जारी है. शेल इंडिया मार्केट्स के निदेशक संजय वर्के ने कहा कि कंपनी सुविधा, सुरक्षा और पर्यावरण अनुकूलता को प्राथमिकता देने वाले एकीकृत समाधान पेश करके ईवी चार्जिंग अनुभव को परिभाषित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
JLR की सेल्स में भी ग्रोथ
टाटा मोटर्स ने कहा कि जगुआर लैंड लोवर की वैश्विक बिक्री मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,10,190 इकाई रही. इसमें चीन की चेरी ऑटोमोबाइल्स के साथ संयुक्त उद्यम का आंकड़ा शामिल नहीं है.
मार्च तिमाही में जगुआर की थोक बिक्री 13,528 इकाई रही जबकि इस दौरान लैंड रोवर की थोक बिक्री 96,662 इकाई रही. बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों और टाटा देवू श्रृंखला की बिक्री सालाना आधार पर 1,11,591 इकाई रही. इसके अलावा जनवरी-मार्च में रिटेल सेल्स 1,14,038 यूनिट्स रही, जो FY23 के मुकाबले 11 फीसदी बढ़त है.