Maruti Suzuki इस तरह रिकवर करेगी घटता मार्केट शेयर; एसयूवी सेगमेंट पर रहेगा ज्यादा फोकस
Suzuki SUVs Expansion in India: कंपनी का कहना है कि भारत में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में अपने मार्केट शेयर को रिकवर करने के लिए कंपनी एसयूवी पोर्टफोलियो पर ज्यादा फोकस करेगी.
Suzuki SUVs Expansion in India: जापान की कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (SMC) ने अपना फ्यूचर प्लान जारी किया है. कंपनी ने बताया कि वो भारत में अपना एसयूवी पोर्टफोलियो (SUV Portfolio) का विस्तार करेगी. कंपनी का कहना है कि भारत में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में अपने मार्केट शेयर को रिकवर करने के लिए कंपनी एसयूवी पोर्टफोलियो पर ज्यादा फोकस करेगी. इसका मतलब ये हुआ कि कंपनी आने वाले समय में स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) के लॉन्च पर ज्यादा फोकस कर सकती है.
मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट शेयर 58%
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, मारुति सुजुकी इंडिया में कंपनी की हिस्सेदारी 58 फीसदी के आसपास है. कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी की नेट सेल्स 392 अरब रुपए (732.6 बिलियन येन) से बढ़कर 5374 बिलियन येन (बीता वित्त वर्ष) हो गया है. ये आंकड़ा साल दर साल का है.
इसके अलावा कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट की बात करें तो ये 115 बिलियन येन से बढ़कर 465.6 बिलियन येन हो गया है. ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 32.8 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने एक बयान में कहा कि भारत में हमारे एसयूवी मॉडल्स के विस्तार को प्रमोट करते रहेंगे, ताकि पैसेंजर कार शेयर में अपनी हिस्सेदारी रिकवर कर सके.
कंपनी के पोर्टफोलियो में ये कार
मौजूदा समय में कंपनी के पोर्टफोलियो में कई एसयूवी हैं, जो इंडियन मार्केट में उपलब्ध है. कंपनी के पोर्टफोलियो में Brezza, Jimny और Grand Vitara जैसे कई एसयूवी मॉडल शामिल हैं. कंपनी का मार्केट शेयर 50 फीसदी से गिरकर 42 फीसदी हो गया है. ये आंकड़ा पिछले कुछ साल का है.
देश में एसयूवी की लगातार बढ़ रही डिमांड
बता दें कि कंपनी के पोर्टफोलियो में लिमिटेड एसयूवी ऑप्शन है. मौजूदा समय में एसयूवी की डिमांड लगातार बढ़ रही है तो ऐसे में मार्केट शेयर को दोबारा रिकवर करने के लिए एसयूवी पर फोकस करने का प्लान है. सुजुकी मोटर कॉर्प ने अप्रैल 2024 में नई प्रोडक्शन लाइन की शुरुआत की थी, जो 1 लाख यूनिट्स सालाना कैपिसिटी रखती है. ये प्लांट मानेसर में तैयार किया गया है. कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 2030 तक इस प्लांट से प्रोडक्शन की कैपिसिटी को बढ़ाकर 40 लाख यूनिट्स करना है.