इस ग्लोबल ऑटो कंपनी ने पेश किया ₹340 करोड़ का फंड; सोशल इम्पैक्ट वाले स्टार्टअप को मिलेगी मदद
Suzuki Motor Initiatives: कंपनी का कहना है कि नेक्स्ट भारत एक सोशल इम्पैक्ट इन्वेस्टमेंट फंड है, जो उन ऑन्त्रेप्रॉन्योर के लिए खास तैयार किया गया है, जो टियर-2 और इससे नीचे के शहरों में वैल्यू क्रिएट कर रहे हैं.
Suzuki Motor Initiatives: जापान की मोटर वाहन कंपनी सुजुकी मोटर ने भारत में अपना पहला इन्वेस्टमेंट फंड ‘नेक्स्ट भारत’ को पेश किया है. इस दौरान कंपनी ने 340 करोड़ रुपये का फंड पेश किया है, जो मझोले शहरों और उससे नीचे के क्षेत्रों में मूल्य सृजन करने वाले प्रभावशाली उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. कंपनी का कहना है कि नेक्स्ट भारत एक सोशल इम्पैक्ट इन्वेस्टमेंट फंड है, जो उन ऑन्त्रेप्रॉन्योर के लिए खास तैयार किया गया है, जो टियर-2 और इससे नीचे के शहरों में वैल्यू क्रिएट कर रहे हैं. कंपनी के अनुसार, सुजुकी की इस पहल का मकसद एक ‘रेजीडेंसी’ कार्यक्रम के जरिए कृषि, वित्तीय समावेशन, ग्रामीण आपूर्ति श्रृंखला और ग्रामीण परिवहन के क्षेत्रों में सामाजिक प्रभाव वाले स्टार्टअप को समर्थन देना है.
रेजिडेंसी कार्यक्रम के जरिए
नेक्स्ट भारत के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक विपुल नाथ जिंदल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि नेक्स्ट भारत अपने प्रमुख ‘रेजिडेंसी’ कार्यक्रम के जरिए उन कंपनियों में निवेश करना चाहता है जो वृद्धि के पहले चरण में हैं और उन उद्यमियों की मदद करना चाहता है जो अपने सफर की शुरुआत कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि चार महीने के ‘हाइब्रिड रेजीडेंसी’ कार्यक्रम में चयनित प्रभावशाली उद्यमियों को व्यापक मार्गदर्शन, संसाधनों तक पहुंच और उद्योग विशेषज्ञों तथा साथियों के साथ संपर्क करने के अवसर मिलेंगे, जिससे वे अपने उद्यमों को व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ा सकेंगे.
31 जुलाई 2024 तक वैलिड
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, एप्लीकेशन डेडलाइन 31 जुलाई 2024 तक वैलिड हैं और ये प्रोग्राम 14 अक्टूबर 2024 को होना है. सेलेक्शन का क्राइटीरिया इस बात पर निर्भर करेगा, कि कौन-सा ऑन्त्रेप्रॉन्योर कितना असर डाला है, किसके पास प्रॉब्लूम सॉल्विंग अप्रोच है और रूरल कम्यूनिटी और इन्फॉर्मल सेक्टर के लिए कितना काम कर रही है.
कंपनी ने बताया कि इस प्रोग्राम के तहत जो पार्टिसिपेंट सिलेक्ट होंगे, उन्हें आगे भी मदद मिलती रहेगी. रेजिडेंसी प्रोग्राम के बाद, सेलेक्टड स्टार्टअप्स को 1-5 करोड़ रुपए इक्विटी इन्वेस्टमेंट के तौर पर मिलेंगे.