Maruti Suzuki Mid size SUV news: देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) देश में अपनी कुल बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए मध्यम आकार के एसयूवी बाजार में उतरेगी. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. मारुति की वर्तमान में कुल बाजार हिस्सेदारी 45 प्रतिशत से कम है और कंपनी का इरादा इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने यहां संवाददाताओं से कहा कि नॉन-एसयूवी सेगमेंट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 65 प्रतिशत से ज्यादा है जबकि एसयूवी खंड में हिस्सेदारी ज्यादा नहीं है. उन्होंने कहा कि कंपनी का मूल उद्देश्य कुल बाजार में अपनी हिस्सेदारी को 50 प्रतिशत तक ले जाना है

मारुति की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत 

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खबर के मुताबिक, श्रीवास्तव ने कहा कि एसयूवी सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ने वाली कैटेगरी है और मारुति (Maruti Suzuki) की इसमें अच्छी बाजार हिस्सेदारी होनी चाहिए. कॉम्पैक्ट एसयूवी कैटेगरी में सालाना बिकने वाली 6.6 लाख कारों में मारुति की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है. लेकिन मारुति की मिड एसयूवी सेगमेंट में कोई कार नहीं है. इस खंड में सालाना बिक्री 5.5 लाख इकाई की है. उन्होंने कहा कि मारुति कॉम्पैक्ट एसयूवी कैटेगरी में अग्रणी है, लेकिन मध्यम आकार की एसयूवी (Maruti Suzuki Mid size SUV) कैटेगरी में कंपनी मौजूद नहीं है. 

पीछे वाली सीट पर सुरक्षा बेल्ट लगाने की जरूरत पर ध्यान

मध्य-एसयूवी कैटेगरी (Maruti Suzuki Mid size SUV) में प्रवेश करने की जरूरत है और इसके लिए कंपनी इस साल सितंबर के आखिर सप्ताह में एक कार पेश करेगी. उन्होंने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद वाहनों की सुरक्षा को लेकर चर्चाओं पर कहा कि कंपनी पीछे वाली सीट पर सुरक्षा बेल्ट लगाने की जरूरत पर ध्यान केंद्रित करेगी. 

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा नियामक द्वारा पिछली सीट वाले यात्रियों के लिए भी सीट बेल्ट लगाना जरूरी है, लेकिन बहुत कम यात्री इसका पालन करते हैं. श्रीवास्तव ने कहा कि मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) सुरक्षा सुविधाओं के बारे में जागरूकता का प्रसार करेगी और अपने ड्राइविंग स्कूलों के माध्यम से मुद्दों का समाधान भी करेगी.