भारत में साल दर साल कार खरीदारों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऑटो इंडस्ट्री की संस्था फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने जुलाई में रिटेल सेल्स की एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते साल जुलाई के मुकाबले इस साल जुलाई महीने में कार सेल्स का डाटा बढ़ा है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनियों की ओर से अलग-अलग गाड़ियों के नए मॉडल और भारी डिस्काउंट ऑफर करने के बाद लोगों ने जमकर व्हीकल्स खरीदे हैं. नए मॉडल की पेशकश और बढ़ी हुई छूट से भारत में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री जुलाई में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़ी है. उद्योग निकाय फाडा ने सोमवार को यह जानकारी दी.

इन वजहों से बढ़ी सेल्स 

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फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अनुसार जुलाई में कुल यात्री वाहन खुदरा बिक्री बढ़कर 3,20,129 इकाई हो गई, जबकि जुलाई 2023 में यह 2,90,564 इकाई थी. फाडा के उपाध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने कहा कि डीलरों ने बताया कि उन्हें अच्छे उत्पाद उपलब्ध होने, आकर्षक योजनाओं और उत्पादों की व्यापक श्रृंखला से लाभ मिला है.  

टू-व्हीलर की भी सेल्स बढ़ी

उन्होंने कहा कि भारी बारिश, उपभोक्ता भावना में कमी और तीव्र प्रतिस्पर्धा के कारण चुनौतियां उत्पन्न हुईं, लेकिन अधिक प्रचार तथा बढ़ी छूट के जरिए बिक्री को बनाए रखने में कामयाबी हासिल हुई. जुलाई में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 17 प्रतिशत बढ़कर 14,43,463 इकाई रही, जो जुलाई 2023 में 12,31,930 इकाई थी. 

कमर्शियल व्हीकल्स का ऐसा रहा हाल?

विग्नेश्वर ने बताया कि संपन्न ग्रामीण अर्थव्यवस्था, सकारात्मक मानसून प्रभाव तथा ग्रामीण आय बढ़ाने वाले सरकारी सहायता कार्यक्रमों से इस क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. वाणिज्यिक वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले महीने सालाना आधार पर सात प्रतिशत बढ़कर 80,057 इकाई हो गई. 

हालांकि, जुलाई में ट्रैक्टर की बिक्री सालाना आधार पर 12 प्रतिशत घटकर 79,970 इकाई रह गई. फाडा ने जुलाई महीने की रिपोर्ट तैयार करने के लिए वाहन पंजीकरण आंकड़े देश भर के 1,645 आरटीओ में से 1,568 से एकत्र किए.