HONDA गांवों के लिए सस्ती बाइक लाएगी, रूरल इंडिया में कारोबार बढ़ाने की तैयारी
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर का टारगेट देश में और नई बाइक और स्कूटर पेश करना है. कंपनी शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नए कस्टमर्स को जोड़ने की कोशिश में है.
जानी-मानी टू व्हीलर कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) भारत में रूरल मार्केट पर ज्यादा ध्यान देने जा रही है. साथी ही कंपनी शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नए कस्टमर्स को जोड़ने की जोरदार कोशिश में है. कंपनी ने कहा है कि वह ग्रामीण भारत के लिए सस्ती बाइक और स्कूटर लेकर आएगी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर का टारगेट देश में और नई बाइक और स्कूटर पेश करना है. कंपनी शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नए कस्टमर्स को जोड़ने की कोशिश में है. कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
एचएमएसआई (Honda Motorcycle and Scooter India) के नए चेयरमैन, सीईओ (CEO) और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) आत्सुशी ओगाता ने कहा है कि कंपनी का टारगेट ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सस्ते प्रॉडक्ट लेकर आना है. साथ ही कंपनी अलग तरह के कस्टमर्स को आकर्षित करने के लिए सुपर बाइक पोर्टफोलियो सहित 150 सीसी से ऊपर की मिडियम कैटेगरी में भी मौजूदगी मजबूत करने की कोशिश में है.
कंपनी फिलहाल एक्टिवा और डुओ जैसे मॉडल के दम पर स्कूटर कैटेगरी में काफी मजबूत स्थिति में है. अब कंपनी अपने मौजूदा सबसे किफायती मोटरसाइकिल सीडी 110 से भी नीचे के लेवल पर मोटरसाइकिल लाकर ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदगी मजबूत करना चाह रही है.
ओगाता ने कहा कि नए उत्सर्जन मानक (बीएस 6) के अमल में आने से प्रॉफिट में कमी हुई है. यह सिर्फ होंडा मोटरसाइकिल के लिये नहीं बल्कि पूरे इंडस्ट्री के लिये है. इसलिए हम मॉडल दर मॉडल प्रॉफिट में सुधार करने और मॉडलों के पोर्टफोलियो को बदलने पर फोकस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पोर्टफोलियो की इस नई स्ट्रैटेजी से मौजूदा प्रॉडक्ट पर इसका कोई असर नहीं होगा, बल्कि नए प्रॉडक्ट देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि कंपनी के पास अभी निचले लेवल के प्रॉडक्ट की कमी है और इस वजह से वह अपने कॉम्पिटीटर से मार खा जा रही है.
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ओगाता ने कहा कि दुर्भाग्य से, हमारे पास ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक मजबूत प्रॉडक्ट नहीं है, इसलिए निश्चित रूप से हमें इस तरह के कस्टमर्स के लिये एक मॉडल की जरूरत है. यह पूछे जाने पर कि इस तरह के मॉडल पेश करने में कितना समय लगेगा, उन्होंने कहा कि इसमें निश्चित तौर पर कुछ समय लगेगा लेकिन यकीनन पांच-दस साल नहीं लगने वाले हैं.